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इंदौर

अधिकारियों तक पहुंचना अब और आसान हो जाएगा

  • 22 Nov 2022

इंदौर पुलिस ने की नो योर कॉप नाम से नई सुरक्षा तकनीकी सुविधा की शुरूआत
इंदौर। पुलिस व्यवस्था को और बेहतर बनाने एवं आम नागरिकों तक पुलिस की पहुंच आसान बनाने के उद्देश्य तथा इंदौर में होने जाने रहे अंतरराष्ट्रीय एनआरआई शिखर स मेलन और निवेशकों की बैठक को ध्यान में रखते हुए,  पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र के निर्देशन में पुलिस द्वारा सिटीजन कॉप फाउंडेशन के सहयोग से नो योर कॉप नाम से एक नई सुरक्षा तकनीकी सुविधा की शुरूआत गई है। जिसके तहत शहर में पुलिस अधिकारियों के विवरण से संबंधित क्यू आर कोड लगाए जाएंगे जिससे शहर में हर जगह लगने वाले क्यूआर कोड की मदद से हर इंसान के लिए अधिकारियों तक पहुंचना अब और आसान हो जाएगा उसको पता होगा किस जगह कौन सा अधिकारी पदस्थ है।
इस नई तकनीक की शुरूआत करते हुए पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि इन क्यूआर कोड की मदद से अब इंसान को भटकना नहीं पड़ेगा उसको पता होगा किस एरिया में कौन से अधिकारी मौजूद है और वह किसी भी समस्या या सहायता की स्थिति में संबंधित अधिकारी कर्मचारी से आसानी से संपर्क कर सकेगा। आगामी भारतीय प्रवासी दिवस को मद्देनजर रखते हुए भी पुलिस द्वारा उक्त तकनीक और जानकारी को और अपडेट किया गया है। उक्त प्रवासी स मेलन में आने वाले अतिथि प्रवासियों के लिए भी यह सुविधा सहायक होगी। जिसके तहत पुलिस द्वारा इन क्यूआर कोड को आने वाले अतिथियों की गाडि?ों, उनके ठहरने वाले वाले स्थानों, कार्यक्रम के स्थलों के आसपास लगाने के साथ ही उन्हें दिए जाने वाले ब्रोशर्स आदि के साथ भी दिया जाएगा जिससे कि उन्हें पुलिस सहायता के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो और वे आसानी से संबंधित पुलिस अधिकारी से संपर्क कर सकें।
यह तकनीक मोबाइल ऐप सिटीजन कॉप ने नो योर कॉप एंड इट्स मोबाइल एप्लिकेशन नामक एक नई सुविधा शुरू की है। यह सुविधा नागरिकों को पास के पुलिस स्टेशन में उपलब्ध क्यूआर कोड को स्कैन करने की अनुमति देती है और वे स्क्रीन पर उपलब्ध पुलिस अधिकारियों का विवरण प्राप्त कर सकते हैं।  अपने पुलिस अधिकारी को जानना एक लाभकारी विशेषता होगी क्योंकि यह आम जनता को निकटतम पुलिस स्टेशन और उसके कर्तव्य अधिकारियों का विवरण जानने में सक्षम बनाता है।
पास के पुलिस स्टेशन की भी जानकारी
इस सुविधा की मदद से व्यक्ति नजदीकी पुलिस स्टेशन के पुलिस विवरण के बारे में जान सकते हैं, महत्वपूर्ण जानकारी जैसे नाम मोबाइल नंबर प्रभारी नंबर बीट।  प्रभारी सं या विलोपित।  आपका नाम उनके मोबाइल डिवाइस पर दिखाया जाएगा, दूसरी ओर न केवल लोग गश्त बिंदुओं पर पहुंचकर क्षेत्रों में उपलब्ध इस क्यूआर कोड का उपयोग कर सकते हैं, बल्कि पास के पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी भी क्यूआर कोड को स्कैन कर अपनी उपस्थिति और इंदौर पुलिस आवेदन दर्ज कर सकते हैं। पेट्रोलिंग के दौरान यह मोबाइल पर सिस्टम में उनके अनुमत ड्यूटी प्वाइंट को देख सकता है और किसी दिए गए ड्यूटी स्टेशन या प्वाइंट पर अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए पहुंच सकता है।  यह तकनीक भविष्य में आम नागरिकों और पुलिस अधिकारियों दोनों के लिए फायदेमंद है। सिटीजन कॉप एडमिन पैनल के साथ इंदौर पुलिस के लिए ड्यूटी पॉइंट्स को मैनेज करना आसान हो गया है, कोई भी पुलिस स्टेशन जोन नंबर, बीट इंचार्ज का नाम, टीआई का नाम, टीआई का मोबाइल नंबर, एसीपी का नाम जैसे सभी आवश्यक विवरणों को शामिल करके एक विशेष ड्यूटी पॉइंट सेट कर सकता है। सिटीजनकॉप के संस्थापक राकेश जैन ने कहा कि इसे एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है इस सुविधा की मदद से व्यक्ति नजदीकी पुलिस स्टेशन के पुलिस विवरण के बारे में जान सकते हैं।
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर मिश्र की विशेष उपस्थिति में एडिशनल कमिश्नर राजेश हिंगणकर, पुलिस उपायुक्त संपत उपाध्याय, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश व्यास एवं सहायक पुलिस आयुक्त विजयनगर सोनाक्षी सक्सेना , सिटीजन कॉप ऐप के राकेश जैन विशेष रूप से मौजूद रहे। इस नई तकनीक के क्रियान्वयन हेतु इसे बनाने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त  राजेश व्यास एवं सहायक पुलिस आयुक्त विजयनगर सोनाक्षी सक्सेना के साथ सिटीजन कॉप ऐप के संस्थापक राकेश जैन का विशेष योगदान रहा।