Highlights

इंदौर

अब कचरे से बिजली की तैयारी, ट्रेंचिंग ग्राउंड में शीघ्र स्थापित होगा प्लांट, बना प्रस्ताव

  • 07 Dec 2022

इंदौर। डोर टू डोर कचरा संग्रहण में गीले कचरे से सीएनजी उत्पादित की जा रही है। इसके एक कदम आगे बढ़ते हुए अब बिजली पैदा करने की योजना है। बिजली उत्पादन को लेकर भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट प्रस्ताव तैयार कर रहा है। देवगुराडिय़ा स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में प्लांट स्थापित किया जाएगा। अगले सप्ताह प्लांट का बैस बनाकर बिजली उत्पादन के लिए टैंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
शहर में रोजाना 400 टन गीला कचरा निकलता है। इस कचरे का अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। गीले कचरे से निकली सब्जियों से जैविक खाद, वेस्ट भोजन में गोबर मिलाकर सीएनजी बनाई जा रही है। सीएनजी से 100 से अधिक लोकसेवा वाहन दौड़ रहे हैं, जिससे निगम को प्रतिमाह हजारों रुपए की बचत होने लगी है।
जैविक खाद किसानों को 2 से 3 रुपए किलो बेची जाती है। खाद का उपयोग निगम खुद अपनी नर्सरी में पौधों में करता है। ट्रेंचिंग ग्राउंड के गार्डन में भी इसी खाद को डाला जाता है। गार्डन में सब्जियां भी उगाई जा रही है।
तत्कालीन निगमायुक्त मनीषसिंह ने जब डोर टू डोर कचरा संग्रहण शुरू कराया था। तब कचरे के सम्पूर्ण निष्पादन के लिए अलग-अलग योजना बनाई थी। सूखे कचरे की सामग्री को छांटकर उसे बेचना तथा गीले कचरे से बिजली बनाने का काम शुरू किया जाना था। उनके स्थानांतरित होते ही योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। कोरोना संक्रमण व अन्य कारणों से निगम ने प्लांट शुरू नहीं किया। अब एक बार फिर बिजली का प्लांट लगाने पर विचार हो रहा है। यहां उत्पादित बिजली से ट्रेंचिंग ग्राउंड व आसपास का क्षेत्र रोशन किया जाएगा, जिससे निगम को आर्थिक लाभ होगा।