मेट्रो की नई तकनीक को समझाने के लिए मेट्रो कम्पनी ने स्कूली बच्चों को चुना
- मेट्रो ट्रेन अपनी तरह की अत्याधुनिक तकनीक आधारित ड्रायवर लेस होगी
- स्कूली बच्चों को अलग-अलग दिन पूरे प्रोजेक्ट का भ्रमण कराया जाएगा
इंदौर। इंदौर और भोपाल में मेट्रो ट्रेन का काम बहुत तेजी से चल रहा है। अगस्त माह के आखिरी सप्ताह से मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू करने की कोशिश की जा रही है। दोनों शहरों की मेट्रो ट्रेन अपनी तरह की अत्याधुनिक तकनीक आधारित ड्रायवर लेस होगी। खास बात यह है कि यह ट्रेन पटरियों पर दौड़ रहे करंट से चलेगी।
मेट्रो की नई तकनीक को समझाने के लिए मेट्रो ट्रेन कारपोरेशन ने स्कूली बच्चों को चुना है। स्कूली बच्चों को अलग-अलग दिन पूरे प्रोजेक्ट का भ्रमण कराने, मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने से लेकर एंट्री- एग्जिट पाइंट पर टोकन या फिर क्यूआर कोड से गेट खुलवाने सहित अन्य तरह की तकनीकों के बारे में बताया जाएगा। फिर वे अपने परिजनों को यह सभी चीजें समझाकर मेट्रो का सफर करने के लिए प्रेरित करेंगे। इस संबंध में एमडी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के मनीष सिंह बताते हैं कि हम स्कूली बच्चों से लेकर कॉलेज स्टूडेंट और अन्य सभी प्रकारों से मेट्रो के प्रति समझ बढ़ाने के लिए काम करेंगे। मेट्रो के लिए निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है। हम समय पर मेट्रो चलाने का लक्ष्य प्राप्त करेंगे।
पटरियों पर करंट से मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी
इंदौर - भोपाल की मेट्रो 750 डीसी करंट प्रणाली पर चलेगी। 750 डीसी करंट के आधार पर ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाकर मेट्रो को स्वचालित बनाएगा। इस प्रणाली में पटरियों पर ही करंट रहेगा और मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी। आग और धुएं से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम भी इसमें रहेंगे। भोपाल के लिए डिजाइन की गई मेट्रो ट्रेन का कोच 16 टन का भार वहन क्षमता के अनुसार बनाया गया है। ये आंकड़ा प्रति व्यक्ति 65 किलोग्राम वजन के आधार पर निकाला है। तीन कोच की एक रेल होगी। एक कोच की यात्री क्षमता 970 तय की गई है। भोपाल मेट्रो ट्रेन के कोच का निर्माण शुरू हो गया है। उम्मीद है कि दो माह में कोच की आपूर्ति होने लगेगी। अगस्त से ट्रायल रन शुरू करना है तो मई तक कोच का निर्माण पूरा करना होगा। इसी दिशा में काम चल रहा है।
इंदौर
इंदौर - भोपाल में अगस्त में शुरू होगा मेट्रो का ट्रायल
- 17 Mar 2023