इंदौर। श्री गोविंद राम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में अपनी मांगों को लेकर शिक्षक हड़ताल पर हैं। उन्होंने अंतिम वर्ष की परीक्षा का बहिष्कार कर दिया है, हालांकि छात्र हित में 22 दिसंबर तक की परीक्षा के पेपर शिक्षकों ने दिए है। शेष दो मुख्य पेपर की परीक्षा को लेकर शिक्षक अपनी मांग पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं। संस्थान के डायरेक्टर भी शिक्षकों को पत्र लिख चुके हैं। जानिए क्या है पूरा मामला...
शिक्षकों की तीन प्रमुख मांग
संस्थान के टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप नारुलकर ने बताया कि शिक्षकों की मुख्य रूप से तीन मांग है। पहली सातवें वेतन मान के एरियर की राशि दी जाए। दूसरी मांग ये है कि करियर एडवांसमेंट स्कीम के जो शिक्षक कार्यरत हैं, उन शिक्षकों का समय के साथ प्रमोशन होता है। 2019 से आवेदन बुला कर रखे हैं। इंटरव्यू 2022 में पूरा हुआ है, लेकिन उसे लागू नहीं किया गया। वहीं तीसरी मांग है कि 2018 में चयनित 28 शिक्षकों को नियमित किया जाना है, वो भी लंबित है।
द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षा रोकेंगे
संस्थान के टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप नारुलकर ने कहा कि मांगों को लेकर इस साल की सेमेस्टर की जो परीक्षाएं है, उनका बहिष्कार करना तय किया है। लेकिन अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए 22 दिसंबर तक की परीक्षा के प्रश्न पत्र देने का निर्णय किया है। यदि मांग पूरी हो जाती है तो 22 दिसंबर के बाद शेष मुख्य दो पेपर के लिए भी प्रश्न पत्र दे देंगे, लेकिन मांग पूरी होने तक द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षा को रोकेंगे।
स्टूडेंट को नुकसान
वहीं डायरेक्टर ये स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि शिक्षक प्रश्न पत्र नहीं देते हैं तो उनके पास बैकअप तैयार है। बाहर से पेपर उन्होंने सेट करवा लिए हैं। वहीं संस्थान के एडमिनिस्ट्रेशन और शिक्षकों के बीच चल रहे टकराव का नुकसान सीधे स्टूडेंट पर होगा। यदि बाहर से एग्जाम का पेपर सेट होता है, तो स्टूडेंट को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। शिक्षकों के एसोसिएशन में कुल करीब 128 सदस्य है, हालांकि कुछ हड़ताल का समर्थन नहीं कर रहे हैं।
इंदौर
एसजीएसआईटीएस में शिक्षकों की हड़ताल, अंतिम वर्ष की परीक्षा का किया बहिष्कार
- 20 Dec 2022