महापौर ने सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट्स, स्लज हाईजिनेशन प्लांट एवं बायोमिथेनाईजेशन प्लांट देखे
इंदौर। मंगलवार को महापौर एवं जलकार्य समिति के प्रभारी ने कबीटखेड़ी स्थित सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट्स, स्लज हाईजिनेशन प्लांट एवं बायोमिथेनाईजेशन प्लांट का निरीक्षण किया। इस मौके पर एस.टी.पी. प्लांट के संचालन ने महापौर को पूरे प्लांट के संचालन के बारे में जानकारी दी।
तीन सेन्ट्रलाईज एस.टी.पी. संचालित
कबीटखेड़ी में तीन सेन्ट्रलाईज एस.टी.पी. संचालित हैं। इसमें 12 एम. एल. डी. क्षमता का यू.ए.एस.बी. तकनीक आधारित पहला एस.टी.पी वर्ष 2006 से , 78 एम. एल. डी. क्षमता का दूसरा एस.टी.पी 2004 से तथा तीसरा 245 एम.एल.डी. क्षमता का एस.बी.आर तकनीक आधारित एस.टी.पी वर्ष 2016 से संचालित हैं।
सीवर आऊटफाल टेपिंग
इसी प्रकार सीवर आऊटफाल टेपिंग हेतु शहर में मुख्य 06 नालो, पलासिया, पिलियाखाल, भमोरी, नरवल, तुलसी नगर, आजाद नगर तथा अन्य छोटे नालों में सीवर लाईनें डाली जाकर 7246 आऊटफॉल टेप किये गये।
245 एम.एल.डी. एस. टी. पी. कुल 21 एकड़ भूमि पर निर्मित है, जिसमें 245 एम.एल.डी. सिवरेज का केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार ट्रीटमेन्ट किया जा रहा है, ट्रीटेड वॉटर का 30त्न गैर घरेलू कार्यों जैसे गार्डन, डिवाईडर, टॉयलेट क्लीनिंग, कृषि सिंचाई इत्यादि कार्यों में उपयोग किया जा रहा है। गार्डनों में उपचारित जल उपयोग हेतु 32 किमी. लाईनें बिछाकर 100 गार्डन तक सीधे लाईन बिछायी गयी है। मेघदूत उपवन के पीछे 3 एम. एल. क्षमता के एक ओवर हैड टैंक निर्मित किया गया है, जिससे 24 घन्टे उपचारित जल सप्लाई किया जा रहा है, शेष उपचारित जल कान्ह नदी में प्रवाहित किया जा रहा है।
जल कार्य प्रभारी शर्मा ने महापौर को अवगत कराया है कि निगम द्वारा संचालित 10 सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट्स से प्रतिदिन 70 टन स्लज जनरेट होता है इस स्लज से विद्युत एनर्जी बनाने हेतु केन्द्रीकृत प्लांट लगाया जाना आवश्यक है, जिससे कबीरखेड़ी में संचालित तीनों एस.टी. पी. पर लगने वाले विद्युत एनर्जी पर होने वाले राशि रू. 2 करोड़ प्रतिमाह को बचाया जा सके। महापौर द्वारा प्रोजेक्ट की योजना तत्काल प्रस्तुत करने हेतु निर्देश दिये गये।
इंदौर
कबीटखेड़ी में लगे तीनों प्लांट के बारे में जानकारी हासिल की महापौर ने
- 02 Nov 2022