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इंदौर

करोड़ों की ट्रेजर टाउनशिप में सुविधाएं नगण्य, रहवासी परेशान

  • 16 Nov 2022

 इंदौर। शहर में भूमाफियाओं की कारगुजारी से सैकड़ों लोग परेशान है। कालोनी विकास के नाम पर हजारों लाखों रुपए ऐंठने के बाद सुविधाएं नहीं देते हैं। बिजलपुर मंडी में करोड़ों की ट्रेजर टाउनशिप चार साल पहले विकसित हो चुकी है। यहां अब तक मूलभूत सुविधाओं के लिए रहवासी परेशान हो रहे हैं। यह टाउनशिप भूमाफिया मनीष कालानी की है, जिस पर प्लाट धारकों से अवैध वसूली, प्लाट धारकों से धोखाधड़ी के केस दर्ज हो चुके हैं। वर्ष 2009 में कालानी ने राऊ नगर पंचायत से सटकर करीब 50 एकड़ क्षेत्रफल में टाउनशिप के लिए प्लाट काटे थे। 2013 तक प्लाट धारकों से पैसा लेकर काम आधा-अधूरा छोड़ दिया। वर्ष 2016 में सरकार ने रेरा लागू कर दिया, तब भूमाफिया ने निगम में अनुमति का पत्र लगाया। वहां से नियम अनुसार अनुमति मिलने के बाद लोगों को रेडी पजेशन दिए। वर्ष 2021 में रहवासियों के घर बिजली मीटर लगाने की अनुमति मिली, लेकिन आधे घरों में मीटर लग सके। शेष कंपनी और भूमाफिया के चक्कर काटने पर मजबूर हैं। आसपास के लोगों से बिजली लेकर काम चलाना पड़ रहा है।
-मंदिर निर्माण अधूरा, मुख्य मार्ग व आंतरिक मार्गों पर गड्ढे, स्ट्रीट लाइट बंद, जगह-जगह बिजली के तार झूल रहे हैं, सीवरेज के लिए एसटीपी नहीं बने, ड्रेनेज लाइन का अभाव, बगीचे में बैठक व्यवस्था का अभाव तथा अन्य कई सुविधाएं लंबित है।
टाउनशिप में इतने मकान
यहां 83 रो हाउस में से 50 बुक, आबादी 2500, 600 फ्लैट, 300 प्लाट एरिया में फ्लैट बुक(प्लाट एरिया 523), 110 टॉवर हैं। पांच मंजिला इस टाउनशिप के विकास का जिम्मा उठाने भूमाफिया ने सोसायटी गठित की है। ट्रेजर टाउनशिप वेलफेयर एसोसिएशन और ट्रेजर विहार रेसीडेंसी वेलफेयर सोसायटी यहां टैक्स व मेंटेनेंस का काम देखती है। माफिया पर तो प्रशासन ने शिकंजा कस दिया था, लेकिन टाउनशिप की अनुमति, नियम, शर्तों के साथ दस्तावेजों का परीक्षण अब तक नहीं किया गया। जिसका फायदा भूमाफिया उठा रहा है।