इंदौर। क्राइम ब्रांच ने एक जालसाज को गिरफ्तार किया है जो जनरेटर खरीदने-बेचने का झांसा देकर व्यापारियों को करोड़ों की चपत लगा रहा था। भंवरकुआं, शिप्रा, विजय नगर और बलकवाड़ा थाना पुलिस को उसकी चार साल से तलाश थी। गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हो चुका था। आरोपित नाम और हुलिया बदलकर फरारी काट रहा था।
डीसीपी (अपराध) निमिष अग्रवाल के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित का नाम नीलेश बनकर निवासी होराइजन बिल्डिंग बिचौली मदार्ना है। उस पर सबसे पहले विजय नगर थाने में रिंकी नवनीत माहेश्वरी निवासी गोरख पार्क नई दिल्ली की शिकायत पर केस दर्ज हुआ था।
उस वक्त आरोपी का विजय नगर थाने के सामने ही मंगल सिटी में आफिस था। आरोपित ने बताया उसकी सिओन टेक्सन के नाम से कंपनी है। उसने फरियादी की कंपनी से अनुबंध कर दो जनरेटर किराये पर लिए और बताया कि एक जनरेटर खरगोन और दूसरा धार में लगाना है।
आरोपी ने जनरेटर ले लिए, लेकिन न किराया पहुंचाया, न जनरेटर लौटाए। इसके बाद दिनेश मेघराज सिंघल निवासी ग्वालियर ने शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने पुलिस को बताया कि उसने आरोपित की कंपनी के माध्यम से जनरेटर खरीदने की डील की थी। उसने कहा कि वह गुजरात की कंपनी से जनरेटर खरीद कर सप्लाई करेगा।
आरोपी पहले तो टालता रहा, बाद में कहा कि एक जनरेटर का भाड़ा ज्यादा बैठ रहा है। दो खरीदने पर कम किराये में काम हो जाएगा। उसने फरियादी से दो जनरेटर के रुपये लिए और आफिस बंद कर फरार हो गया।
इसी तरह भंवरकुआं थाना पुलिस ने सत्येंद्र कृष्ण पाटीदार निवासी श्रीजी वैली और शिप्रा थाना पुलिस ने मानसिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया।
गिरफ्तारी के बाद पता चला कि आरोपित पर खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाने में भी पिछले वर्ष जुलाई में केस दर्ज हुआ है। आरोपित ने फरियादी को जनरेटर देने के नाम पर ठगा था। डीसीपी के मुताबिक एक प्रकरण में नीलेश की पत्नी रोजलेट बनकर भी शामिल है।
इंदौर
करोड़ों की ठगी में फरार जालसाज पकड़ाया
- 30 Jan 2023