इंदौर। इन दिनों देखा जा रहा है कि जिस तेजी से सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ रहा है उतनी ही तेजी से इसके फायदों के साथ-साथ गलत उपयोग भी सामने आ रहे हैं। इसमें सबसे अधिक अश्लील मैसेज वीडियो के मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस के पास व्हाट्सएप, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर युवतियों, महिलाओं और किशोरियों को अश्लील मैसेज, वीडियो भेजकर या अन्य किसी तरीके से परेशान और बदनाम करने की शिकायतें पहुंच रही है। ऐसे मामलों में अधिकांश पुलिस की वी केयर फॉर यू विंग जांच करती है और आरोपियों तक पहुंचती है। वहीं क्राइम ब्रांच और सायबर सेल भी सायबर अपराधियों को पकड़ती है।
हाल ही में देखने में आया है कि सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली महिलाओं के लिए यह सबसे अधिक परेशानी का सबब बनता जा रहा है। इन्हें परेशान करने वाले कोई बाहरी नहीं, बल्कि इनके ही परिचित और रिश्तेदार है। इसका खुलसा गत दिनों पुलिस की वी केयर फार यू शाखा में पहुंचे मामलों की जांच में हुआ है। इस शाखा के द्वारा जांच के बाद जब आरोपी को पीडि़त युवती, महिला अथवा लड़की के सामने लाया जाता है तो अधिकांश केस में परिचित या कोई अपना ही होने के कारण समझौता हो जाता है और कार्रवाई नहीं हो पाती।
कम ही दर्ज कराते हैं केस
वी केयर फॉर यू में मोबाइल व ई मेल पर अश्लील मैसेज और वीडियो भेजकर या अन्य किसी तरीके से सोशल मीडिया पर युवतियों, महिलाओं को परेशान करने की शिकायतें तो बड़ी संख्या में पहुंचती है, लेकिन बहुत ही कम ऐसे मामले होते हैं, जिनमें पीडि़ता द्वारा केस दर्ज कराया जाता है। आंकड़ों के हिसाब से देखें तो पता चलता है कि बीते वर्ष यहां पर ढाई सौ से अधिक शिकायतें पहुंची थी। इनमें से अधिकांश का निराकरण किया गया, लेकिन यहां क्राइम ब्रांच थाने में 11 केस तो अन्य थानों में केवल 4 ही केस दर्ज दर्ज कराए गए।
पुलिस के पास पहुंचे ये मामले
1 - एक नवविवाहिता अपने ससुराल वालों के साथ वी केयर फार यू पहुंची और शिकायत दर्ज कराई कि उसके मोबाइल पर कोई अश्लील वीडियो व मैसेज पहुंचाकर परेशान कर रहा है। जब मामले में जांच की गई तो पता चला कि रिश्तेदार युवक ही युवती को परेशान कर रहा था। उसकी पहचान होने के बाद परिजनों ने केस दर्ज कराने से मना कर दिया।
2 - इसी प्रकार कॉलेज में पढऩे वाली एक छात्रा के फोटो एडिट कर युवक ने उसके मोबाइल पर पहुंचाए और मिलने के लिए दबाव बनाने लगा। इनकार करने पर धमकाया कि फोटो वायरल कर देगा। डरी-सहमी छात्रा ने यहबात अपने परिजनों को बताई तो वह उसे लेकर वी केयर फार यू पहुंचे। जब जांच की और पुलिस ने आरोपी को पकड़ा तो पता चला कि वह छात्रा पुराना सहपाठी है, जो एकतरफा प्यार में यह हरकत कर रहा था। बाद में उसके परिजनों व युवक ने माफी मांगी तो छात्रा ने केस दर्ज नहीं कराया।
3 - एक अन्य मामले में शादी के बाद युवती युवती व उसके पति के मोबाइल पर कॉल और मैसेज कर युवक परेशान कर रहा था। अलग - अलग नंबरों से काल आने पर युवती परेशान हो गई। इस मामले की जांच में भी सामने आया कि परेशान करने वाला और कोई नहीं युवती की ही समाज का उसका पुराना परिचित था। पुलिस के पकडऩे पर वह माफी मांगने लगा। उसके परिजनों ने भी माफी मांगी तो युवती ने प्रकरण दर्ज नहीं कराया।
इसी तरह के अनेक मामलों में जब परिचित या कोई अपना ही आरोपी निकलता है तो पीडि़ता और उसके परिजन केस दर्ज कराने से इनकार कर देते हैं। हालांकि पुलिस उनसे यह कहती है कि आप केस दर्ज कराएं तो आगे से कोई ऐसी हरकत नहीं करेगा, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं होते।
... तो यहां करें शिकायत
रीगल तिराहा स्थित कंट्रोल रूम में संचालित वी केयर फॉर यू यूनिट महिलाओं की सुरक्षा देने का काम करती है। कोई परेशान करे तो यहां शिकायत की जा सकती है। यहां अपनी शिकायत लेकर आने वाली युवतियों की संख्या काफी अधिक है, लेकिन केस बहुत कम दर्ज होते हैं। सामान्य मामलों में बी केयर फॉर यू की शिकायत पर क्राइम ब्रांच में केस दर्ज हो जाते हैं, लेकिन मामला ब्लैकमेल, वसूली जैसी गंभीर धाराओं का होता है तो उन्हें थानों को भेजकर कार्रवाई करवाई जाती है।
परिचित ही निकलता है आरोपी
एडिशनल डीसीपी क्राइम गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक वी केयर फॉर यू प्रकोष्ठ में शिकायतें तो काफी आती हैं पर अधिकांश में समझौता हो जाता है। परेशान करने वाला कोई रिश्तेदार तो कोई पड़ोसी निकलता है। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप से युवती को संदेही फिर से परेशान करने की स्थिति में नहीं रहता, जिससे उसे राहत मिल जाती है।
कोई दूसरे नहीं, अपने ही कर रहे हरकत, सोशल मीडिया के जरिए अश्लील मैसेज, वीडियो के मामलों की जांच में खुलासा

- 17 Jan 2022