राजवाड़ा, गोपाल मंदिर पर नहीं उड़ाएंगे रंग
इंदौर। दो साल के गेप के बाद इस बार रंगपंचमी पर इंदौर में पांच से ज्यादा गैर निकलेगी। दो सालों में राजवाड़ा और उसके आसपास के हिस्से की सूरत भी बदल गई है। 30 करोड़ खर्च कर राजवाड़ा सुदंर और मजबूत हो गया और गोपाल मंदिर वाली गली भी हेरिटेज स्ट्रीट बन गई है। गैर के दौरान शहर की यह धरोहर खराब न हो, इसे लेकर गैर आयोजकों ने तय किया है कि वे इस बात का पूरा ध्यान रखेंगे कि राजवाड़ा और गोपाल मंदिर की तरफ रंगों की बौछार नहीं करेंगे। उन्होंने नगर निगम से भी आग्रह किया है कि गोपाल मंदिर वाले मार्ग में आने वाले प्राचीन मंदिर व राजवाड़ा वाले हिस्से को त्रिरपाल से कवर कर दें, ताकि वह सुरक्षित रहे।
टोरी कार्नर गैर के संयोजक शेखर गिरी ने कहा कि इस बार हम गैर धूमधाम से निकालेंगे, लेकिन राजवाड़ा और गोपाल मंदिर, यशोदा मंदिर को नगर निगम ने करोड़ रुपये खर्च कर संवारा है। उसका हम पूरा ध्यान रखेंगे। खजूरी बाजार वाले हिस्से में तो सड़क चौड़ी है, लेकिन गोपाल मंदिर वाली गली संकरी है, वह काफी सुंदर भी बनाई गई है। उसे नगर निगम को ढकवा देना चाहिए। हमारी कोशिश रहेगी कि वहां रंग न उड़े,लेकिन जनता भी इस बात का ध्यान रखे कि वहां रंगों से भरे गुब्बारे न फेंके।
संगम कार्नर गैर के संयोजक कमलेश खंडेलवाल ने कहा कि उन्होंने भी प्रशासन से इस बारे में आग्रह किया कि वे ऐतिहासिक स्थलों की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए तैयारी करे। गैर का मार्ग परंपरागत रहेगा, हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि मिसाइलों से उनकी दीवारों पर रंग न जाए। गैर में शामिल होने वाली जनता से भी हमारा आग्रह है कि वे राजवाड़ा चौक की सुरंदरता को ध्यान रखे। करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद हमारी धरोहर वाकई सुंदर हो गई है। हिन्द रक्षक संगठन के संयोजक एकलव्य गौड़ का कहना है कि यात्रा के पहले पदाधिकारियों की टोली मार्ग का निरीक्षण करती है। राजवाड़ा और उसके आसपास के हिस्से में रंग नहीं उड़ाए जाएंगे। यात्रा में वैसे ही फूल और प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल होता है, जो हानिकारक नहीं होते है।
इंदौर
गैर आयोजक बोले, इंदौर की धरोहर नहीं होने देंगे खराब
- 07 Mar 2023