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इंदौर

गावों के विकास के लिए 8 साल बाद निगम ने ली सुध

  • 04 Nov 2022

शहरी सीमा मे शामिल 29 गांवों के विकास के लिए अलग से बनेगा सेल
इंदौर। शहर से लगी हुई पंचायतों में सुनियोजित विकास के लिए 29 गांवों को नगर निगम सीमा में शामिल किया गया था। इस बात को आठ साल से अधिक हो गए, लेकिन निगम ने उनकी सुध नहीं ली। अब जब महापौर दौरे पर निकले तो हकीकत सामने आ रही है। अब उन्होंने तय किया है कि 29 गांवों के विकास को लेकर अलग से सेल बनाया जाएगा।
 इंदौर का तेजी से विकास और विस्तार हो रहा था। शहर से लगे हुए क्षेत्र में बेतरतीब विकास को रोक कर योजनाबद्ध कामों कराने के लिए 2014 में एक बड़ा फैसला किया। सरकार ने 23 पंचायतों के 29 गांवों को इंदौर नगर निगम की सीमा में शामिल कर दिया इन्हें करीब 15 वार्डों में मिला लिया गया। कुछ वार्ड पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र के हो गए तो कुछ गांवों को पुराने वार्ड में जोड़ दिया गया। गांवों को निगम सीमा में शामिल तो कर दिया लेकिन विकास की हालत वैसी ही रही। सिर्फ कॉलोनी के निर्माण में निगम की भूमिका हो गई तो मकानों के नक्शे पास निगम करने लग गया। किसी ने आज तक  सुध नहीं ली।
भार्गव का कहना है कि जैसे निगम में अलग-अलग विषयों को लेकर सेल बनी है, वैसे ही ये सेल का गठन होगा, जिसमें योजना से विकास कराया जाएगा। भार्गव का कहना है कि शहर का विस्तार इन क्षेत्रों में हो रहा है, इसलिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने अफसरों को तुरंत कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
 बताया गया है की विगत दो-तीन दिन से महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने वार्डों के दौरे शुरू किए । गत दिवस निहालपुर मुंडी वाले वार्ड में पहुंचे थे, तो आज निपानिया के वार्ड में पहुंचे। अफसरों की टीम के साथ वे आम जनता से  उनकी समस्या जान रहे हैं। ड्रेनेज, सड़क और बिजली जैसी समस्याओं को रहवासियो ने सामने रखा। पीने के पानी की उपलब्धता से लेकर बगीचों के निर्माण से लेकर तमाम जानकारी दी। सारी समस्या जानने के बाद भार्गव ने एक बड़ा फैसला किया। वे अब निगम की सीमा में शामिल हुए गांवों के विकास को लेकर एक सेल बनाने जा रहे हैं।