26 शब्दों में लिखी भारतीय संविधान की प्रस्तावना
इंदौर। भारत को आजादी असंख्य देशभक्त क्रांतिकारियों के त्याग और बलिदान से मिली।उन्होंने कई तरह की यातनाएं झेली, अंग्रेजो के कोड़े खाए,कई तरह का शारीरिक और मानसिक कष्ट सहा ,तब जाकर देश को ब्रिटिश हुकूमत से मुक्ति मिली।
यह कहना है वरिष्ठ पत्रकार और विचारक कृष्ण कुमार अष्टाना का। वे आज इंदौर स्कूल ऑफ सोशल वर्क सभागृह में क्रांतिकारियों का स्मरण श्रद्धांजलि,नागरिक कर्तव्य एवं भारतीय संविधान विषय पर मुख्य वक्त बतौर बोल रहे थे।कार्यक्रम का आयोजन सेवा सुरभि की सहयोगी संस्थाओं ने झंडा ऊंचा हमारा अभियान के तहत किया था। विषय प्रवर्तन करते हुए प्रोफेसर रंजना सहगल ने कहा कि हम राष्टीय पर्व 26 जनवरी तो मनाते है,लेकिन हमारे युवाओं में जज्बे की कमी है, अत हर युवा को देश से जोडऩा जरूरी है।युवाओं को हमारे इतिहास के बारे में सही जानकारी होना समय की मांग है।प्राचार्य सी एम मैथ्यू ने स्वागत उदबोधन में कहा कि ऐसे आयोजन अधिक से अधिक होना चाहिए। मीडिया प्रभारी प्रवीण जोशी ने बताया कि आयोजन का मकसद युवाओं मे देशभक्ति का संचार करना।
इंदौर
जागरूकता अभियान- देशभक्त क्रांतिकारियों के त्याग और बलिदान से मिली आजादी
- 14 Jan 2023