पुलिस ने शिकायत के बाद तीन को पकड़ा, युवती फरार
इंदौर। छात्रावास अधीक्षकों को डराकर अवैध वसूली करने वाला गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा है। इंदौर से तीन युवक और युवती झाबुआ जाकर शासकीय सेवकों को डराते हुए रुपयों की मांग करते थे। इस मामले में झाबुआ पुलिस ने तीन आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। युवती फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनसुार फ्रांसिस माल ने बताया कि वह शासकीय बुनियादी बालक प्राथमिक विद्यालय मेघनगर में सहायक शिक्षक पदस्थ है और सीनियर बालक छात्रावास रंभापुर में अधीक्षक के पद पर कार्यरत है। 22 फरवरी को सुबह फ्रांसिस बुनियादी शाला मेघनगर आ गया था, तभी उसके पास फोन आया और बोला कि उपायुक्त कार्यालय भोपाल की टीम आई है। आपके छात्रावास का निरीक्षण करना है, आप कहां पर हो। फ्रांसिस ने बताया कि वह मूल संस्था मेघनगर में शैक्षणिक कार्य कर रहा है तो आरोपितों ने कहा कि आप छात्रावास से अनुपस्थित पाए गए हैं। हमने आपके छात्रावास का वीडियो बनाया है। छात्रावास के आसपास गंदगी है। हम उपायुक्त को रिपोर्ट भेज रहे हैं, आपकी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी। उसे डराया तो पांच हजार रुपये आनलाइन ट्रांसफर किए और दस हजार रुपये नकद दिनेश चौहान को दिए। ऐसी ही घटना कन्या आश्रम पीपलखूंटा की रंजीता खराड़ी के साथ 10 फरवरी को हुई। बदमाश वरिष्ठ कार्यालय के अधिकारी बनकर आए और नौकरी से निकालने की धमकी देकर 7500 रुपये ले गए। इस पर थाना मेघनगर में धारा 419, 420 और 384 में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटनाओं के पुलिस के संज्ञान में आते ही तत्काल थाना मेघनगर की पुलिस टीम, जिला झाबुआ की साइबर, जिला आलीराजपुर साइबर सेल एवं थाना कठ्ठीवाड़ा की पुलिस टीम के सहयोग से तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्ताार कर लिया है। इनके नाम राहुल पिता ओमप्रकाश वर्मा निवासी विद्याधाम कालोनी बिचौली मदार्ना, हेमंत राठौर निवासी नंदानगर और दिनेश चौहान निवासी लुनियापुरा सरवटे बस स्टैंड के पास इंदौर हैं। रानी चौहान योगी निवासी विजय नगर, इंदौर फरार हैं, जिसकी तलाश की जा रही है।
इंदौर
झाबुआ में वसूली कर रहा था इंदौर का गिरोह
- 25 Feb 2023