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इंदौर

डॉक्टर को लगाई दो लाख की चपत, पुलिस की सायबर सेल ने वापस दिलवाए रुपए

  • 29 Oct 2022

इंदौर। अस्पताल का बिजली बिल बकाया है। भुगतान नहीं हुआ तो सुबह साढ़े नौ बजे कनेक्शन कट जाएगा। तत्काल कस्टमर केयर आफिसर से संपर्क कर लें। साइबर ठग ने कुछ इसी तरह के संदेश से नामी अस्पताल के डाक्टर के खाते से दो लाख रुपये निकाल लिए। ठग के झांसे में आए डाक्टर ने अनजान लिंक पर क्लिक कर क्विक सपोर्ट (रिमोट शेयरिंग एप) डाउनलोड कर लिया था।
एसपी (साइबर) जितेंद्र सिंह के मुताबिक, विजय नगर स्थित बड़े अस्पताल के संचालक डाक्टर दंपती ने एडीजी योगेश देशमुख को धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। डाक्टर ने बताया कि 12 अक्टूबर को मैसेज आया था। फर्जी बिजली अफसर ने कहा कि बिल का भुगतान नहीं हुआ है। समय पर रुपये जमा नहीं करने पर सुबह साढ़े नौ बजे कनेक्शन कट जाएगा। मैसेज के साथ कस्टमर केयर अफसर का नंबर भी दिया था। डाक्टर ने जैसे ही उस नंबर पर काल किया, ठग ने भुगतान के लिए एक लिंक भेज दी। लिंक रिमोट शेयरिंग एप्लिकेशन क्विक सपोर्ट की थी। शुरूआत में 10 रुपये का भुगतान करवाया और डाक्टर ने एप डाउनलोड कर लिया। डाक्टर कुछ समझते इसके पहले ठग ने अलग अलग बार में दो लाख रुपये निकाल लिए। एसपी के मुताबिक, रुपये आनलाइन प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट और रोजर पे के माध्यम से आगे ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस ने संबंधित बैंक व ई-वालेट को मेल कर ट्रांजेक्शन पर रोक लगा दी।
 एसपी के मुताबिक, डाक्टर के दो लाख रुपये वापस खाते में आ चुके हैं। सेल ने ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। लोगों को आगाह करते हुए कहा कि बिजली बिल संबंधित धोखाधड़ी बढ़ रही है। ऐसे मैसेज मिलने पर विद्युत कंपनी से संपर्क करें। केवायसी, आधार कार्ड अपडेट करने के नाम पर भी ठगी होने लगी है। ऐसे संदेशों से भी सावधान रहें। रिमोट एप (टीम व्यूवर, एनी डेस्क, क्विक सपोर्ट) इंस्टाल करने से बचें। फायनेंशियल व व्यक्तिगत जानकारी इंटरनेट मीडिया पर साझा न करें।