बकाया टैक्स न देने पर संपत्ति होगी जब्त
इंदौर । जिन लोगों पर संपत्ति कर, जल कर और डोर-टू-डोर कचरा शुल्क बकाया है, उनसे वसूली के लिए नगर निगम ने आज से शिविर लगाए हैं। 5 फरवरी तक 19 जोन के 85 वार्डो में लगने वाले शिविर में निगम ने 150 करोड़ रुपए वसूलने का टारगेट रखा है। इसके साथ ही बकाया टैक्स न देने पर 5 फरवरी के बाद संपत्ति की जब्ती कुर्की करने की तैयारी भी कर रखी है।
संपत्ति कर जल कर डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन शुल्क, दुकानों के किराए और लाइसेंस शुल्क वसूली को लेकर दो दिन पहले निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने राजस्व विभाग के अफसरों की बैठक ली थी। इसमें उन्होंने राजस्व वसूली को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की हिदायत अपर आयुक्त अभिषेक गेहलोत, उपायुक्त अंशुल खरे, लता अग्रवाल, 19 जोन के सहायक राजस्व अधिकारी (एआरओ), बिल कलेक्टर और वसूली सहायकों के दी थी। इसके साथ ही टारगेट के हिसाब से टैक्स वसूली न करने वाले एआरओ व बिल कलेक्टरों का वेतन रोक दिया, वहीं बकाया संपत्ति कर, जल कर और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन शुल्क वसूली के लिए जोन पर शिविर लगाने के निर्देश दिए थे। इसके परिपालन में आज से निगम के 19 जोन के अंतर्गत आने वाले 85 वार्डो में जिन लोगों पर टैक्स बकाया हैं, उनसे वसूली के लिए वार्ड में सुबह 9 बजे से शिविर लगाए गए हैं। टैक्स वसूली को लेकर वार्डों में एआरओ ने शिविर तो लगा दिए, लेकिन टैक्स जमा करने के लिए सुबह 11 बजे तक इक्के-दुक्के लोग ही आए।
इधर, राजस्व विभाग की उपायुक्त लता अग्रवाल का कहना है कि निगम के 19 जोन अंतर्गत आने वाले 85 वार्डों में बकाया संपत्ति कर, जल कर और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन शुल्क वसूली को लेकर जो शिविर लगाए गए हैं वह लगातार 5 फरवरी तक लगेंगे। इस दौरान लोगों से आग्रह भी किया जाएगा कि वे अपना बकाया टैक्स जमा करा दें। तय तारीख तक जो लोग बकाया टैक्स जमा नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। बकाया संपत्तिकर, जलकर और कचरे का पैसा न देने वाले लोगों की संपत्ति जब्ती कुर्की करने के साथ तालाबंदी की जाएगी। पूरा बकाया पैसा जमा करने के बाद ही संपत्ति के ताले खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि शिविर के दौरान छोटे-बड़े बकायादारों से 150 करोड़ रुपए बकाया टैक्स वसूली का टारगेट रखा गया है। इसके हिसाब से ही वसूली करने का एआरओ और बिल कलेक्टरों से कहा गया है।
राजस्व प्रभारी को पता ही नहीं, हुए नाराज
आज 19 जोन के 85 वार्डो में बकाया संपत्तिकर, जलकर और कचरा शुल्क वसूली को लेकर अफसरों ने शिविर तो लगा दिए, लेकिन राजस्व विभाग के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान को इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई। शिविर के बारे में जब प्रभारी चौहान से पूछा गया तो कहना था कि शिविर कहां लग रहे हैं और कौन लगा रहा मुझे कोई जानकारी नहीं है। साथ ही उन्होंने अफसरों पर गहरी नाराजगी जताई है, क्योंकि दो दिन पहले राजस्व विभाग की रखी गई समीक्षा बैठक में भी उन्हें नहीं बुलाया गया था। राजस्व विभाग में अफसरों की मनमानी को लेकर प्रभारी चौहान खासे खफा हैं, जो कि अब मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव से बात कर आरपार की लड़ाई लडऩे के मूड आ गए हैं।
इंदौर
निगम का 5 फरवरी तक 150 करोड़ रुपए वसूलने का टारगेट
- 23 Jan 2023