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इंदौर

प्रयागराज कॉलेज की स्टूडेंट्स को दो टूक, कॉलेज आकर डॉक्यूमेंट ले जाओ, नहीं मिलेगी पूरी फीस

  • 14 May 2022

इंदौर। प्रयागराज नर्सिंग कॉलेज के पीडि़त स्टूडेंट्स का मामला अभी भी नहीं सुलझा है। दो बार जनसुनवाई में शिकायतें और हाल ही में एडीएम पवन जैन द्वारा कॉलेज की डायरेक्टर को दो बार बुलाकर स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंटस और फीस लौटाने के आदेश के बाद भी मनमानी थमी नहीं है। तीन दिन पहले कॉलेज में हुए हंगामे के बाद अब कॉलेज ने वॉट्सएप ग्रुप पर मैसेज किया है कि स्टूडेंट्स कॉलेज आकर अपने डॉक्यूमेंट ले जाएं। जबकि फीस के मामले में बताया कि आधी ही लौटाई जाएगी जिसे लेकर स्टूडेंट्स में आक्रोश है।
स्टूडेंट्स की पीड़ा यह है कि जब उन्होंने फस्र्ट ईयर में एडमिशन लिया था तो प्रबंधन ने इंदौर में कॉलेज संचालित करने की बात कही थी। लेकिन अब हमें पीथमपुर बुलाया जा रहा है। प्रबंधन न उनकी फीस लौटा रहा है और न ही डॉक्यूमेंट्स। मंगलवार को एडीएम पवन जैन ने कॉलेज की डायरेक्टर तुलसी श्रींगी को बुलाया था और उन्हें डॉक्यूमेंट और फीस लौटाने को कहा था। इस पर डायरेक्टर ने दूसरे दिन लौटाने की बात कही थी। अगले दिन स्टूडेंट्स कॉलेज पहुंचे तो प्रबंधन अपने वादे से मुकरा और केवल डॉक्यूमेंट की बात कही। इसे लेकर कॉलेज में जमकर हंगामा हुआ था। इस पर अगले दिन एडीएम ने फिर डायेक्टर को बुलाया तो फीस की राशि में 5 हजार रुपए काटकर बाकी लौटाने की बात कही थी। इसके बाद कॉलेज पर मनमानी पर उतरा और वॉट्सएप पर मैसेज किए कि स्टूडेंट वापस ले जाए।
तहसीलदार नहीं पहुंचे
मामले में स्टूड़ेंट्स शुक्रवार को कॉलेज पहुंचे। इस दौरान तहसीलदार भी मामले के निपटारे के लिए आने वाले थे लेकिन नहीं पहुंचे। छात्र राजेश गंगराडे, प्रमोद यादव, सखाराम रावत, संजना, राहल व अन्य का कहना है कि अगर हम डॉक्यूमेंट लेते हैं तो हमें फिर फीस में परेशानी आएगी। क्योंकि ऐसा कोई सबूत नहीं रहेगा कि हमने उक्त कॉलेज में एडमिशन लिया था। बुधवार को भी इस बात को लेकर कॉलेज के कर्ताधतार्ओं से बहस हुई, तो उलटे पुलिस ने हमें थाने पर बैठा लिया कि आप लोग बदसलूकी कर रहे हो। स्टूडेंट्स का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन धन-बल का उपयोग कर हमारी आवाज दबा रहा है।