आरोपी को किया माफ, कहा- जो हुआ सो हुआ
सीधी। सीधी के पेशाब कांड के पीडि़त ने बड़ा दिल दिखाया है। उसने अपने चेहरे पर पेशाब करने वाले आरोपी को माफ कर दिया है। पीडि़त ने कहा कि जो हुआ सो हुआ, अब वे इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहते है। आरोपी प्रवेश शुक्ला को छोड़ दिया जाए, वे हमारे गांव के पंडित जी है।
पीडि़त ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि जिससे जो गलती हुई है, उसे माफ करते हुए प्रवेश शुक्ला को छोड़ दे। हम अभी तक की कार्रवाई से संतुष्ट है। उसे छोड़ दिया जाए। पीडि़त ने कहा कि ये घटना साल 2020 की है। प्रवेश शुक्ला नाम का व्यक्ति दीनदयाल की दुकान के सामने बैठा था। वो आकर पेशाब कर देता है। पीडि़त ने बताया कि उसने आरोपी का चेहरा भी नहीं देखा था। दीनदयाल ने इसका वीडियो बनाया। पीडि़त के मुताबिक उसने कलेक्टर के सामने झूठ बोला कि वह वीडियो में नहीं है, लेकिन खुद प्रवेश ने ही बता दिया कि उसने ही पेशाब किया है।
थाने में दिए शपथ-पत्र पर कहा कि हम ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है। इसका फायदा उठाकर गांव के कलेक्टर सिंह और प्रवेश के चाचा विद्या शुक्ला हमें सीधी ले गए। हमारे से स्टांप पर दस्तखत करवा लिए। हमको इस बारे में कुछ पता नहीं था।
पीडि़त को 5 लाख की सहायता और आवास
पीडि़त आदिवासी वीडियो सामने आने के तीन दिन बाद शुक्रवार को अपने घर पहुंचा। उसे मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पीडि़त को 5 लाख रुपए की सहायता राशि दी गई है। उसका आवास बनाने के लिए एक लाख 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। भारी बारिश के बीच सीधी कलेक्टर साकेत मालवीय और एसपी डॉ रविंद्र वर्मा करौदी गांव पहुंचे। उन्होंने पीडि़त के परिवार को 5 लाख की सहायता राशि और आवास के लिए डेढ़ लाख रुपए का चेक दिया।
पीडि़त बोला- आरोपी के पिता ने वीडियो भी बनाया
पीडि़त का आरोप है कि उस पर दबाव डालकर 3 जून को आनन-फानन में एक शपथ पत्र भी आरोपी के पिता रमाकांत की ओर से तैयार कराया गया। इसमें भी वीडियो को फर्जी बताया गया। शपथ पत्र में पीडि़त की ओर से ये भी कहा गया कि वीडियो से उसकी छवि प्रभावित की जा रही है।
पीडि़त परिवार से मिले रामलाल रौतेल
मध्यप्रदेश के राज्य कोल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल शुक्रवार दोपहर बाद पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने कुबरी में पीडि़त उसकी पत्नी और बच्चों से चर्चा की। उनके साथ ब्योहारी विधायक शरद कोल भी पीडि़त के परिवार से मिलने पहुंचे। रामलाल रौतेल ने कहा कि जो घटना घटित है वह घृणित और निंदनीय है। इसकी मैं निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि जो भी ऐसा कृत्य करेगा उसके साथ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दिग्विजय सिंह ने सीएम पर साधा निशाना
इससे पहले गुरुवार शाम प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पेशाब कांड के पीडि़त के पैर धोने को नौटंकी बताया। उन्होंने कहा कि सच ये है कि भाजपा ने आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर लिया है। सीधी के विधायक ने ही आदिवासी की दस-पंद्रह एकड़ जमीन छीन ली। मप्र में आदिवासी को एक तरफ ट्रक से बांधकर घसीटा जाता है, दूसरी तरफ उसके ऊपर पेशाब की जाती है। कम से कम पांच घटनाएं मैं जानता हूं जिसमें भाजपा के लोगों ने इस तरह अन्याय किया।
सीएम शिवराज ने पीडि़त को भोपाल बुलवाया
दूसरी ओर सीएम शिवराज गुरुवार को दिनभर भोपाल सीएम हाउस में पेशाब कांड के पीडि़त के साथ रहे। उन्होंने उसके पैर धोए। इसके बाद साथ में बैठकर खाना भी खाया। पीडि़त के परिवार के लोगों से भी बात की और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। शाम को पीडि़त को भोपाल से सीधी के लिए रवाना किया गया।
कांग्रेस दिनभर पीडि़त परिवार के संपर्क में रही
इधर, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता दिनभर पीडि़त परिवार के संपर्क में रहे। दोपहर तक तक को पीडि़त के घर ही रहे इसके बाद जिला मुख्यालय पर पहुंचकर पुतला दहन और प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने भाजपा पर आदिवासियों के खिलाफ दूषित मानसिकता का आरोप लगाते हुए विधायक के खिलाफ रासुका लगाने की मांग की है।
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पेशाब कांड के पीडि़त आदिवासी ने दिखाया बड़ा दिल

- 08 Jul 2023