इंदौर। जिला न्यायालय में फर्जी ऋण पुस्तिका और रजिस्ट्री से जेल में बंद बदमाशों की जमानत कराने के मामले में क्राइम ब्रांच ने तीन युवकों को पकड़ा है। पकड़ा गया एक आरोपी दो साल जेल में रहने के बाद फिर इसी धंधे से जुड़ गया है। क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि कुछ युवक जिला कोर्ट परिसर में फर्जी ऋण पुस्तिका व रजिस्ट्री से आरोपियों की जमानत कराते हैं। सूचना पर जसवंत पिता दलेलसिंह ठाकुर स्कीम नंबर 78 को पकड़ा। उसके पास फर्जी रजिस्ट्री की फोटोकॉपी के 3 सेट मिले। उसने इन 3 रजिस्ट्री की फोटोकॉपी से 21 जमानत कराने की बात कबूली है।
पूछताछ में जसवंत ने बताया कि अपने मकान जिसकी रजिस्ट्री पत्नी मथुराबाई के नाम पर है. उसकी फोटोकॉपी कराकर वह जमानत देता था। जब रजिस्ट्री के पेज न्यायालय में जमानत मंजूर करने के बाद भर जाते थे तो वह उनकी फोटोकापी करा लेते था। जसवंत 8 वर्षों से जमानत कराता आ रहा है।
जसवंत से अपने नाम की फर्जी ऋण पुस्तिका तहसील घटिया जिला उज्जैन की जब्त की गई है। इस ऋण पुस्तिका से भी जमानत कराई गई है। फर्जी जमानत करवाने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी प्रकाश पिता भेरूलाल चावड़ा के साथी दिनेश पिता दौलाजी निवासी ग्राम मुण्डला कलमा एवं जगदीश पिता नरसिंह निवासी ग्राम आगरा हातोद को भी गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपी 5 वर्षों से जमानत करवा रहे हैं। आरोपी जगदीश वर्ष 2020 में फर्जी ऋण पुस्तिका से जमानत करवाने के धोखाधड़ी के अपराध में 2 वर्ष जेल में बंद रहा है।
इंदौर
फर्जी ऋण पुस्तिका से जमानत कराने वाले आरोपी पकड़ाए, 5 सालों में लिप्त हैं बदमाश
- 26 Apr 2022