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इंदौर

मप्र बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले में जांच समिति की रिपोर्ट

  • 22 Mar 2023

परीक्षा और इंटरनेट मीडिया का प्रश्न पत्र अलग-अलग
 इंदौर। परीक्षा माध्यमिक शिक्षा मंडल ने एक मार्च से दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा करवा रहा है। इस बीच कई बार वाट्सआप और टेलीग्राम पर पेपर लीक होने की घटनाएं सामने आई है। जहां 200-300 रुपये में विद्यार्थियों को पेपर उपलब्ध करवाने का दावा किया। पेपर आउट होने से परीक्षा की गोपनीयता पर सवाल खड़े हुए। मामले में मंडल ने परीक्षा में पूछे गए प्रश्न पत्र और इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित प्रश्न पत्र का मिलान किया तो दोनों में भिन्नता पाई गई। इसे लेकर समिति ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। हालांकि मंडल ने पूरे प्रकरण पर अपनी सफाई भी दी।
बोर्ड परीक्षा को लेकर मंडल ने प्रत्येक विषय के चार प्रश्न पत्र तैयार कर रखे है। इस बीच वाट्सआप और टेलीग्राम पर परीक्षा से ठीक कुछ घंटे पहले पेपर आउट हो जाते थे। दावा किया जाता था कि यही प्रश्न पेपर में पूछे जाएंगे। इसके लिए इंटरनेट मीडिया पर विशेष ग्रुप बनाकर विद्यार्थियों से अवैध वसूली होने लगी। सोशल मीडिया के माध्यम से मण्डल द्वारा आयोजित परीक्षाओं के प्रश्न-पत्रों के संबंध में भ्रामक समाचार कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित हुये है। बीस दिन में पांच से छह बार पेपर लीक होना सामने आया। अखबारों में खबरें प्रकाशित की गई।
इस बीच मंडल के जिम्मेदार अधिकारी परीक्षा केन्द्रों पर छात्र-छात्राओं के प्रवेश होने के बााद ही प्रश्न-पत्रों के सीलबंद पैकेट खोले जाते है। मंडल का दावा है कि इंटरनेट मीडिया पर कुछ लोग भ्रामक जानकारियां फैला रहे है। मंडल ने संबंधितों के विरूद्ध निलंबन एवं कानूनी कार्यवाही दर्ज की जाकर 33 व्यक्तियों की गिरफ्तारी संबंधी कार्यवाही की गई है। मंडल के जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि परीक्षा और इंटरनेट मीडिया के प्रश्न पत्रों का मिलान किया। उनमें काफी अंतर है। दोनों में अलग-अलग प्रश्न पूछे गए है।