भ्रष्टाचार को लेकर विधायक शर्मिन्दा महसूस करते थे
इंदौर। महाराष्ट्र में छाए सियासी संकट को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शिवसेना को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने दो टूक कहा कि महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार इस हद तक था कि इसे लेकर वहां के विधायक शर्मिन्दा महसूस करते थे।
यह बात विजयवर्गीय ने इंदौर में कही। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिव सेना का विद्रोह ही इस बात को लेकर हुआ। वहां के विधायकों को पता चला कि इस स्तर तक भ्रष्टाचार हो सकता है। इसके चलते उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बगावत की। विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे लगता है कि शायद उद्धव जी का अहंकार भी कम होगा। उनके प्रवक्ता राऊत जिस प्रकार की बकवास करते हैं, उस बकवास का परिणाम था कि वहां विद्रोह हो गया। उधर, महाराष्ट्र में जिस प्रकार से राजनीति गरमाई है, उसे लेकर सोशल मीडिया पर भी कई तरह के कमेंट्स किए गए हैं।
कैलाश विजयवर्गीय अपने बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में रहते हैं। पिछले दिनों भी उन्होंने इंदौर के भाजपा कार्यालय में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले अग्निवीरों को लेकर कहा था कि उन्हें भाजपा कार्यालय की सिक्युरिटी में प्राथमिकता दी जाएगी। इस बयान को लेकर विपक्षी दलों ने विजयवर्गीय और भाजपा पर जमकर निशाना साधा था। उनके इस बयान के बाद असदुद्दीन औवेसी, वरूण गांधी और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिंह यादव ने जमकर हमला बोला था। बाद में विजयवर्गीय ने यह कहते हुए अपने बयान से पल्ला झाड़ लिया था कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया।
इंदौर
महाराष्ट्र के सियासी संकट पर विजयवर्गीय की दो टूक
- 24 Jun 2022