पूर्व राजदूत मधु भादुरी ने बताया किस तरह और क्यों शुरू हुआ यह युद्ध
इंदौर । भारत की पूर्व राजदूत मधु भादुरी ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के द्वारा हमला किए जाने के साथ ही पूरी दुनिया के समीकरण बदल गए हैं । इस युद्ध का क्या परिणाम होगा, यह महत्व नहीं रखता है लेकिन इस युद्ध की आड़ में क्या चल रहा है यह समझना जरूरी है ।
वह आज यहां अभ्यास मंडल के द्वारा आयोजित 61 वी ग्रीष्म कालीन व्याख्यानमाला मैं यूक्रेन युद्ध पर संबोधित कर रही थी ।उन्होंने कहा कि इतिहास में मेरी हमेशा दिलचस्पी रही है । मैं रूस और यूक्रेन वाले क्षेत्र में 4 साल तक राजदूत के रूप में काम कर चुकी हूं । इस युद्ध की स्थिति को समझने से पहले हमें कुछ इतिहास समझना होगा । वर्ष 1975 में अमेरिका ने वियतनाम पर हमला किया था । बहुत छोटे से देश वियतनाम के पास न तो नौ सेना थी और ना ही वायु सेना थी । उस देश ने केवल बाइक से लड़कर सुपर पावर से युद्ध जीत लिया था । यूक्रेन और रूस का यह युद्ध कोई अचानक नहीं हुआ है । इसकी तैयारी बहुत पहले से चल रही थी । यह युद्ध कब तक चलेगा यह कहना मुश्किल है । सोवियत यूनियन के विघटन के बाद 16 देश बन गए थे । उसके बाद से रूस खामोश था । इस अवधि में अमेरिका पूरे विश्व की गति और दिशा तय करता रहा । वर्ष 2000 में अमेरिका के द्वारा अफगानिस्तान पर हमला किया गया था । वहां तालिबान को हराने और लोकतंत्र को स्थापित करने के लिए यह हमला हुआ । यह युद्ध 20 साल तक चला लेकिन अमेरिका जीत नहीं सका । अमेरिका के द्वारा 2003 में इराक पर हमला बोला गया और 2011 में लीबिया को तहस-नहस किया गया । इराक और लीबिया दोनों ही संपन्न देश थे । अमेरिका की ओर से कहा गया कि इन दोनों देशों में तानाशाह शासन कर रहे हैं इसलिए वहां लोकतंत्र लाने के लिए हमला बोला गया । वहां पर लोकतंत्र लाना वहां के देश के नागरिकों का काम था । कार्यक्रम के प्रारंभ में वक्ता का स्वागत राजेंद्र जैन, रवि गुप्ता, मुरली खंडेलवाल ने किया । अतिथि को स्मृति चिन्ह नंदलाल मोगरा ने भेट किया । कार्यक्रम का संचालन मनीषा गौर ने किया ।
इंदौर
यूक्रेन पर रूस के हमले से पूरी दुनिया के समीकरण बदल गए
- 09 May 2022