इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में लगातार दूसरे दिन बीबीए-बीसीए के फाउंडेशन पेपर में गड़बड़ी सामने आई। शुक्रवार को योगा विषय का पेपर था, जिसमें सिर्फ हिंदी में प्रश्न पूछे गए। विद्यार्थियों ने केंद्र अध्यक्ष के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई, मगर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने इसे लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए। बाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय परिसर में जमकर हंगामा किया। विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण करने के लिए कुलपति डा. रेणु जैन ने छात्रनेताओं को बुलाया जहां दोनों के बीच तीखी बहस हुई। विवाद बढ़ता देख छोटी ग्वालटोली थाने से पुलिस बल पहुंच गया। पहले छात्रनेताओं को कैद कर कुलपति कार्यालय के बाहर गेट बंद कर दिया। बाद में छात्रनेताओं ने परिसर के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी।
दरअसल बीबीए-बीसीए का शुक्रवार को पर्यावरण और योगा फाउंडेशन विषय का पेपर था। एक-एक घंटे में दोनों विषय के प्रश्नों के जवाब देने थे। पचास अंकों का प्रश्न पत्र था, लेकिन प्रश्न सिर्फ हिंदी में पूछे गए। कई विद्यार्थियों को हिंदी में प्रश्न होने से जवाब लिखने में दिक्कतें आई। इसे लेकर केंद्र अध्यक्ष को शिकायत की गई। इसके बारे में एबीवीपी के छात्रनेता घनश्याम पटेल को जानकारी लगी। दोपहर तीन बजे छात्रनेता विश्वविद्यालय पहुंचे। पहले कुलसचिव अनिल शर्मा और छात्र कल्याण संघ के अध्यक्ष डा. एलके त्रिपाठी से छात्रनेताओं ने चर्चा की। मगर वे समस्या के निराकरण के लिए छात्रनेता कुलपति डा. रेणु जैन से मिलने के लिए अड़े रहे।
हंगामे की सूचना पर पुलिस बल पहुंचा
छात्रनेताओं से बातचीत करने कुलपति पहुंची तो छात्रनेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। छात्रनेताओं के बर्ताव से कुलपति नाराज हो गई और बगैर बातचीत किए वहां से चली गई। यह देख छात्रनेता भड़क गए और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान छोटी ग्वालटोली थाने का पुलिस बल भी पहुंच गया। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने पहले कार्यालय का गेट बंद कर दिया। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि योगा विषय का पेपर समिति ने सिर्फ हिंदी भाषा में बनाया था। मगर कुछ विद्यार्थियों ने कालेज में अंग्रेजी भाषा में योगा विषय पढ़ाना बताया है। इसके चलते विश्वविद्यालय ने तय किया है कि जिन विद्यार्थियों को दोबारा पेपर देना है, उनके लिए अलग से परीक्षा करवाई जाएगी।
इंदौर
योगा फाउंडेशन के पेपर में सिर्फ हिंदी में पूछे प्रश्न, विश्वविद्यालय में छात्रनेताओं का हंगामा
- 16 Jul 2022