आधुनिक लेजर द्वारा बिना आपरेशन के वेरीकोस वेंस की हुई सर्जरी
इंदौर। प्रदेश के सबसे बड़े एमवाय अस्पताल ने मध्य प्रदेश को नई सौगात दी है। सर्जरी विभाग के चिकित्सकों द्वारा लेजर से बवासीर, फिस्टुला के बाद वेरीकोस वेंस की भी सर्जरी प्रारंभ की है। इसी सप्ताह बैतूल के 59 वर्षीय मरीज झारवाड़े कुमार की वेरीकोस वेंस की सर्जरी अस्पताल में की गई। इसे बिना आपरेशन के किया गया।
सर्जरी विभाग प्रमुख एवं सीनियर सर्जन प्रो. डा. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि इस विधि से मरीज अगले दिन ही चल फिर सकते हैं और दर्द न के बराबर होता है। उन्होंने बताया लेजर एक महंगी मशीन है। इसे शहर के दानदाताओं ने उपलब्ध कराया है। इस तरह की मदद शहर के सामाजिक संस्थानों और लोगों ने अस्पताल को की है। इस तरह के और भी उपकरण एमवाय अस्पताल को दानदाताओं द्वारा दान दिए जाते रहे हैं। इससे कई जटिल सर्जरी के उपकरण अस्पताल को मिलते रहे हैं और प्रदेश में पहली बार एमवाय में मरीजों को निश्शुल्क इलाज मिलता रहा है।
प्राइवेट अस्पताल में एक लाख रुपये तक खर्च आता है
प्राइवेट अस्पताल में लेजर वेरिकोस का इलाज कराने में एक लाख रुपये से ज्यादा खर्च आता है जबकि एमवाय में यह पूर्ण तरह से निश्शुल्क है। लेजर ट्रीटमेंट के दो दिन बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है। लेजर ट्रीटमेंट आपरेशन डा. घनघोरिया के मार्ग दर्शन में सर्जरी विभाग के सह प्राध्यापक डा. अभय ब्राह्मण द्वारा किया गया। निश्चेतना डा. बसंत निगवाल की टीम ने दिया। सोनोग्राफी का सपोर्ट रेडियोलोजी विभाग की हेड डा. अलका अग्रवाल की टीम ने दिया। टेक्निकल स्टाफ की और से लेजर इंचार्ज नर्सिंग अधिकारी सरिता और ओटी इंचार्ज आशा सोनकर द्वारा सहयोग किया गया।
इंदौर
शहर के दानदाताओं ने एमवाय अस्पताल को उपलब्ध कराए उपकरण
- 27 Apr 2022