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इंदौर

सफलता का मंत्र  सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास

  • 25 Apr 2022

तीन दिवसीय  नि:शुल्क संपूर्ण बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का  शुभारंभ
इंदौर। आत्मविश्वास और  सकारात्मक सोच ही  जीवन में  सफलता का मूलमंत्र है। छोटे-छोटे गुणो के समावेश से ही व्यक्तित्व बनता है। वर्तमान समय  में चरित्र निर्माण के साथ -साथ स्वास्थ,पर्यावरण और समाज के प्रति जागरूकता भी आवश्यक है।
ये विचार विभिन्न वक्ताओं के है,जो उन्होंने समाज सेवा प्रकोष्ठ द्वारा  शासकीय अष्टांग आयुर्वेदिक कॉलेज,लोकमान्य नगर में आयोजित  बच्चो के  नि:शुल्क तीन दिवसीय संपूर्ण  व्यक्तित्व विकास  शिविर का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए।  
योगाचार्य सी के जोशी ने बच्चों को  जीवन में योग,ध्यान का महत्व बताते हुए कहा कि योग से शरीर स्वस्थ और मन प्रसन्न रहता है। सुप्रसिद्ध चित्रकार शुभा वैद्य ने कहा कि कला हम सबके भीतर है,उसे टटोले, महसूस करे और  अच्छे तरीके से अभिव्यक्त करे। निशा चिटनिस ने प्रेरक गीत गाए और विजय रागनेकर ने दैनिक जीवन में अनुशासन  का महत्व बताया। पर्यावरणविद डा. ओ.पी जोशी ने कहा कि आज हमने अपनी धरती को बीमार कर दिया है,उस पर कचरा डाल कर  उसे प्रदूषित कर दिया,जंगल काटे जा रहे ,भूमि बंजर हो रही,तापमान बढ़ने से संतुलन बिगड़ रहा है। अत:हम सब मिलकर पृथ्वी को बचाए।बैंक आॅफ महाराष्ट्र के झोनल मैनेजर  मुकेश उपाध्याय ने  शिविर का शुभारंभ करते हुए कहा कि जीवन में पढ़ाई के साथ खेलकूद का भी महत्व है। समाजसेवी मुकुंद कुलकर्णी ने बच्चो को विभिन्न भाषाओं के एक से बढ़कर एक बाल गीत सुनाए और प्रतिदिन कुछ नया सीखने की प्रेरणा दी। प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आलोक खरे ने  बताया कि   हमारा मकसद महामारी के बाद बच्चों को फिर से  जीवन निर्माण और लक्ष्यों के प्रति जोड़ना ताकि वे आगे बढ़ते रहे। शिविर में   लाल बहादुर शास्त्री नगर,  घनश्याम दास नगर,लोकमान्य नगर  आदि स्थानों के १०२  बच्चे भाग  ले  रहे है।  शिविर का संचालन किया   वर्षा पाठक और सुबोध  भोरंसकार ने और आभार माना अर्चना डाबी ने।   अतिथि स्वागत किया  आलोक खरे ,अशोक कपरनिस, और एस के दुबे ,प्रदीप तिवारी,अविनाश कुलकर्णी और  एच डी टोकरिया ने।इस मौके  पर    शासकीय अष्टांग आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रोफेसर  डा.शिरीष श्रीवास्तव , नीलाभी श्रीवास्तव  श्रीमती चितले और सपना देव सहित बड़ी संख्या में  अभिभावक उपस्थित थे।