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इंदौर

सफाई की परीक्षा और सख्त हुई, फ्लैक्स पालीथिन या प्लास्टिक का उपयोग किया तो 25 अंक कट जाएंगे

  • 13 Dec 2022

इंदौर। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में सफाई की परीक्षा और सख्त होने जा रही है। इसमें निगम को सिर्फ लोगों को ही स्वच्छता के लिए जागरुक नहीं करना है बल्कि स्वयं भी सफाई का पाठ पढना है। अब सर्वेक्षण की ब्रांडिंग के दौरान किसी भी तरह के प्लास्टिक बैनर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। यदि ऐसा होता है तो निगम के अंक काटे जाएंगे। ऐसे में अधिकारियों को समझ-बूझ के साथ ब्रांडिंग करने का रास्ता निकालना होगा।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की ब्रांडिंग की तैयारी शुरू कर दी गई है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने इसके लिए पूरी कार्ययोजना बनाकर मध्यप्रदेश के नगर निगमों नगर पालिकाओं को भेजी है। नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल के पास भी दिशा-निर्देश आए हैं। स्वच्छ भारत मिशन 2.0 और स्वच्छ सर्वेक्षण में किसी भी स्थिति में ब्रांडिंग के लिए फ्लैक्स पालीथिन या प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा। यदि ऐसा किया जाता है तो 25 अंकों की कटौती हो सकती है। इसके बजाय कलाकृतियों और स्लोगन वाल पेंटिंग आर्ट वर्क आदि का प्रदर्शन किया जा सकता है। ब्रांडिंग के लिए शहर के प्रवेश एवं निकास द्वार जलीय संरचनाओं शासकीय कार्यालयों सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों सार्वजनिक और सामुदायिक मूत्रालयों बाजारों चौराहों पर बैक लेन में सौंदर्यीकरण किया जाएगा। व्यवसायिक वाहनों पर ब्रांडिंग के साथ ही सार्वजनिक व्यवसायिक आवासीय क्षेत्रों सहित वार्ड स्तर पर होर्डिंग बिल बोर्ड वाल पेंटिंग म्यूरल मैस्कट के रूप में अलग-अलग कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जा सकेगा। इसके लिए अंक भी निर्धारित किए गए हैं। इसमें वार्डों में 95 प्रतिशत से अधिक व्यापक प्रचार व प्रसार करने पर 25 अंक वार्डों में 75 से 90 प्रतिशत तक प्रचार व प्रसार करने पर 20 अंक वार्डों में 50 से 74 प्रतिशत तक प्रचार व प्रसार करने पर 15 अंक तथा वार्डों में 50 प्रतिशत से कम प्रचार व प्रसार करने पर 10 अंकों का प्रविधान किया गया है।