कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो समय के पाबंद हैं और नियम कायदों से ही काम करना पसंद करते हैं, जबकि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग आपको ऐसे मिल जाएंगे, जिनके सुबह नींद से जागने का ही समय तय नहीं है और वे इसी कारण अपने दिनचर्या बिगाड़ लेते हैं..., या यूं कहें कि जब कभी कोई जरूरी काम होता है या कोई आफत आ जाती है तभी वह जल्दी जागते हैं...। ऐसा ही कुछ इन दिनों शासकीय विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और राजनीति में देखने को मिल रहा है...।
दरअसल यदि समय से पहले ही जिम्मेदार अधिकारी और राजनेता नींद से जाग जाए या इनके नींद से जागने का समय तय हो तो फिर हादसे हो ही नहीं...। या हादसों पर समय रहते अंकुश लग सकता है...। देखने में आया है कि कोई सड़क हादसा हो जाए तो नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों को लेकर परिवहन विभाग अभियान चलाने लगता है...। कहीं पर फूड पाइजनिंग अनेक लोग बीमारी हो जाए या किसी की जान चली जाए तो खाद्य एवं औषधि विभाग खाद्य वस्तुओं में मिलावट का अभियान चलाता है...। हाल ही नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही का मामला सामने आने के बाद नगर निगम ने भी बुजुर्गों की सुध लेना शुरू कर दिया... और अब उन्हें इलाज मुहैया कराने के साथ-साथ उनके रहने और खाने-पीने की भी चिंता कर रहे हैं...।
यह तो मात्र शहर और प्रदेश के ही कुछ उदाहरण हैं..., जो कि हाल ही में सामने आए हैं...। इनके सामने आने के बाद जिस तरह से अभियान चलाया जा रहा है..., उससे सवाल यह उठता है कि सरकार के जिम्मेदार नुमाइंदे अधिकारी और राजनेता आखिर समय पर क्यों नहीं जागते...? कभी तो समय पर जागो... जिससे हादसों..., घटनाओं ... और लोगों की जानें जाने से रोका जा सके...।
खुली चिठ्ठी
कभी तो समय पर जागो ...
- 06 Mar 2021