Highlights

देश / विदेश

चिराग पासवान के घर पहुंचे नीतीश कुमार

  • 27 Oct 2025

नई दिल्ली. नीतीश कुमार का कोई भी एक्ट यूं ही नहीं होता. चाहे वो किसी मुद्दे पर महज बयान ही क्यों न हो. या फिर, किसी से मेल मुलाकात की बात हो. और, मेल मुलाकात भी ऐसी जिसमें वो खुद चलकर किसी के घर पहुंचते हों. लालू यादव के मामले में तो ये देखा जाता रहा है, लेकिन इस बार ये वाकया चिराग पासवान के साथ हुआ है. 
जनवरी में मकर संक्रांति के मौके पर नीतीश कुमार के लालू यादव के साथ दही चूड़ा खाने के लिए जाने के कुछ लोग कयास लगा रहे थे. क्योंकि, इफ्तार दावत के मौके पर मेल मुलाकात को शिष्टाचार से सियासी रंग लेते देखा गया था. नीतीश कुमार ने जितनी बार पाला बदला था,  एक बार उसके बाद भी ये देखने को मिला था. 
लेकिन, चिराग पासवान से उनके घर पहुंच कर नीतीश कुमार का मिलना थोड़ा अलग है. चिराग पासवान से नीतीश कुमार 2020 में दूध के जले हुए हैं, लिहाजा 2025 में वो हर छाछ बार-बार फूंक-फूंक कर पी रहे हैं - और ये बड़ा सवाल तो है ही कि नीतीश कुमार को मिलने के लिए चिराग पासवान के घर जाने की जरूरत क्यों पड़ी? 
मौका कोई भी हो. बहाना कोई भी हो, राजनीति हो ही जाती है. मौका छठ पर्व का हो या मकर संक्रांति का. मुलाकात हो तब भी,और मुलाकात न हो तब भी. ऐसी मुलाकातों में नीतीश कुमार का अंदाज चौंकाने वाला ही होता है. कभी मुलाकात हो जाती है, कभी नहीं भी हो पाती. राजनीति चलती रहती है. 
नीतीश कुमार और चिराग पासवान का रिश्ता पहले जैसा भी रहा हो, पिछले पांच साल से तो तनावपूर्ण ही रहा है. सार्वजनिक तौर पर तनाव कम हुआ है. चिराग पासवान का नीतीश कुमार का पैर छूना सार्वजनिक रूप से सम्मान प्रकट करने का प्रतीक है. और, ये अक्सर देखने को मिलता है. 
फिलहाल तो नीतीश कुमार के दरवाजे पर पहुंचते ही चिराग पासवान के पैर छूकर आशीर्वाद लेने की चर्चा है, लेकिन अभी 24 अक्टूबर को ही समस्तीपुर की रैली में भी बिल्कुल ऐसा ही देखा गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए मंच पर पूरा बिहार एनडीए मौजूद था. 
जैसे ही नीतीश कुमार गाड़ी से उतरे, अगवानी करने पहुंचे चिराग पासवान ने झट से झुककर पैर छू लिए. चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच जो भाव एक्सचेंज हुए, देखने लायक थे. 
नीतीश कुमार बोले, 'क्या जी.. हम तो ऐसे ही दर्शन करने के लिए चले आए.'
साभार आज तक