एसएसपी की नई पहल से बदल रहा शहर के थाना परिसरों का नजारा
बच्चे कर रहे खेल कूद, ड्यूटी के साथ पुलिसकर्मी भी रख रहे ध्यान
महिला फरियादियों को समस्या को देख लिया किड्स जोन का निर्णय
इंदौर। अक्सर देखा गया है कि आम आदमी पुलिस थाने में जाने में डरता है या यूं कहें कि कुछ लोग तो पुलिस के नाम से ही घबराते हैं। साथ ही यह भी देखने में आता है कि पुलिस थानों में हमेशा शांति ही रहती है। कुछ आवाज भी सुनाईदेती है तो वह पुलिसकर्मियों और तेज आवाज आती है तो बस उन अपराधियों की जिनका पुलिस थाने में रिमांड लेती है, लेकिन इन दिनों शहर के थानों का नजारा एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र की नई पहल से बदला-बदला सा नजर आ रहा है। दरअसल थानों में आने वाली महिला फरियादी के बच्चों के लिए एससएपी ने नई पहल करते हुए किड्स झोन बनाए है, जिससे थानों पर मौजूद पुलिसकर्मी शांती से फरियादी की फरियाद सून सके और बच्चे भी पुलिस से डरे नहीं। कुछ जगहों पर तो यह देखने में आया है कि पुलिसकर्मी भी बच्चों का ध्यान रख रहे हैं।
अभी तक देखने में आता था कि जब कोई छोटे-छोटे बच्चों को लेकर महिला फरियादी थानों पर फरियाद को लेकर आती थी तो बच्चों के रोने के कारण वो अपनी श्किायत भी ठिक तरह से आफिसर के सामने नहीं रख पाती थी। इसके चलते एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने एक अनुठी पहल की है। अब शहर के हर थानों में झूलाघर की तर्ज पर किड्स झोन बन रहे है। इसकी शुरूआत एसएसपी ने अपने ही कार्यालय से की, वहीं सारे थाना प्रभारियों निर्देश दिए कि वे अपने-अपने थानों में एक छोटा सा किड्स झोन जरुर बनाए। वहां जब महिला फरियादी आए तो पुलिसकर्मी उनकी शिकायत आराम से सुन सके और उनके साथ आए छोटे बच्चे भी किसी प्रकार से बाधा न डाले यहीं सोच के साथ नई पहल की है। बच्चे खेल में व्यस्त रहें। बच्चे थानों के परिसर में खेलते रहे वहीं दूसरी तरफ महिला अपनी शिकायत पुलिस के सामने रख सके। इसी के चलते कुछ थानो पर तों किड्स झोन बन गए है।
पलासिया थाने पर किड्स झोन बना है। वहां गत दिनों एक महिला पहुंची, पुलिसकर्मियों ने पूछा क्या श्किायत है, महिला मुसकुराते हुए बोली की तीन दिन पहले में एक श्किायत को लेकर थाने आई थी और मेरी शिकायत का निराकरण भी हो गया। उस समय मेरे साथ तीन साल का बच्चा भी था मै जब अंदर श्किायत कर रही थी तो परिसर में बच्चा किड्स जोन में खेल रहा था। दो दिन से वो रोज जिद कर रहा है था की मम्मी थाने ले चलो इसी के चलते यहां आई हू। गौरतलब है कि फरियादी बिमा समुह की श्किायात के चलते थाने आई थी।
बच्चों का डर भी होगा दूर
घर में जब कोई बच्चा मस्ती करता है तो अधिकांश परिजन बाबा आ जाएगा या भूत उठाकर ले जाएगा के साथ पुलिस आ जाएगी भी कहकर डराते हैं। एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र ने कहना है कि बच्चों के मन में शुरू से ही पुलिस का डर बैठा दिया जाता है। थाना परिसरों में किड्स जोन बनाए जाने से न बच्चों में न केवल पुलिस का डर दूर होगा, बल्कि वे पुलिसकर्मियों को अपना दोस्त भी समझेंगे। इससे पुलिस को घरेलू प्रकरणों के निपटान में बच्चों से पूछताछ में मदद भी मिलेगी।
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- 09 Dec 2019