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इंदौर

अग्निकांड के दोषी को हो फांसी

  • 12 May 2022

फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की मांग,कमिश्नर बोले एक माह में दिलवाएंगे सजा
इंदौर। स्वर्णबाग कालोनी में हुए भीषण अग्रिकांड में सात लोगों की मौत के मामले में आरोपी को फांसी की सजा की मांग की गई है। पुलिस कमिश्नर हरीनारायण चारी मिश्र ने कहा, आरोपी को एक माह में सजा दिलवाएंगे। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटा लिए गए हैं। वहीं मंगलवार देर शाम कुछ लोग थाने पहुंचे थे। यहां उन्होंने ज्ञापन दिया और प्रकरण को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की।
शनिवार को विजय नगर इलाके की स्वर्णबाग कॉलोनी की दो मंजिला बिल्डिंग में आग लगाने वाले शुभम उर्फ संजय दीक्षित को पुलिस ने 15 मई तक रिमांड पर लिया है। मंगलवार शाम परदेशीपुरा इलाके से संजय सैनी और उनके साथी विजय नगर थाने पहुंचे। यहां उन्होंने आरोपी शुभम का प्रकरण फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने और उसे फांसी की सजा देने की मांग की। हादसे में मृत नीतू सिसौदिया का मायका परदेशीपुरा इलाके का था। इसके चलते रहवासी संघ के लोग थाने पहुंचे थे।
पुख्ता सबूत,एक माह में दिलाएंगे सजा
पुलिस कमिश्नर हरीनारायण चारी मिश्र ने बताया, आरोपी शुभम के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटा लिए गए हैं। आरोपी की रिमांड खत्म होने पर उसके जेल जाने के बाद मामले को फास्ट ट्रैक में लेकर आएंगे। एक माह में प्रमुख गवाहों के माध्यम से उसे सजा दिलाने का प्रयास करेंगे।
तीन चर्चित प्रकरणों में आया था फास्ट ट्रैक कोर्ट से फैसला
पुलिस कमिश्नर हरीनारायण चारी मिश्र के डीआईजी रहते हुए तीन चर्चित प्रकरणों में फास्ट ट्रैक कोर्ट से फैसला आया था। यह मामले मासूम बच्चियों के रेप से जुड़े हुए थे। पहले मामले में द्वारकापुरी से कोचिंग से घर ले जाते समय परिचित ने ही बच्ची से रेप कर हत्या कर दी थी। बच्ची का शव एमजी रोड़ थाने के सामने निगम की दुकानों के पीछे मिला था। यह प्रकरण फास्ट ट्रैक में चला था। जिसमें आरोपी को फांसी की सजा हुई थी। इस सजा को हाईकोर्ट ने उम्र कैद में बदल दिया था। जिसे लेकर पुलिस प्रशासन ने आपत्ति लगाई थी। दूसरा मामला एमजी रोड़ पर चौकीदार की बच्ची से रेप का है। इसमें भी रिश्तेदार की शामिल था। जिस पर फास्ट ट्रैक कोर्ट से फैसला आया था। वहीं सराफा में अपनी मां के पास सो रही मासूम की भी रेप के बाद उसके परिचित ने हत्या कर दी थी। जिसकी लाश शिव विलास पैलेस के पास एक बिल्डिंग में मिली थी। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान की गई थी। यह प्रकरण भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया गया था।