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इंदौर

अबूझ मुहूर्त में ग्रहों ने बिछाई मंगलकारी बिसात, 1200 जोड़ों ने थामा सदा के लिए एक-दूजे का हाथ

  • 04 May 2022

आठ समाजों के हुए सामूहिक विवाह, लिए सामाजिक सरोकार के संकल्प
इंदौर। शहरभर में दो साल बाद एक बार फिर अक्षय तृतीया का उल्लास मंगलवार को रोहिणी नक्षत्र और शोभन योग के संयोग में नजर आया। ग्रहों ने अबूझ मुहूर्त पर मंगलकारी बिसात बिछाई और 1200 जोड़ों ने एक दूजे का हाथ थामा। इस खास अवसर का साक्षी बनने के लिए सूट-बूट पहनकर कोई घराती तो कोई बाराती बना। होटल-गार्डन और धर्मशालाओं में निजी वैवाहिक आयोजन के साथ महार, जायसवाल, दर्जी, कोरी सहित आठ समाजों के सामूहिक विवाह भी हुए। इसमें कहीं शहर की स्वच्छता को बरकरार रखने तो कहीं जल पुनर्भरण का संकल्प दिलाया गया। साथ ही विभिन्न स्थानों से दूल्हा-दुल्हन के चल समारोह भी निकाले गए। उन्हें नवजीवन की शुरूआत के लिए गृहस्थी की सामग्री भी उपहार में दी गई।
मालवीय ब्राह्मण समाज : गरीब लड़कियों के हाथ कराए पीले - श्रीगौड़ मालवीय ब्राह्मण समाज समिति द्वारा आठ जोड़ों का सामूहिक विवाह स्कीम 78 में किया गया। इसमें जरूरतमंद लड़कियों के हाथ पीले किए गए। अध्यक्ष राधेश्याम मालवीय ने बताया कि आयोजन में दूल्हा-दुल्हन पक्ष से किसी प्रकार की राशि नहीं ली गई। विवाह पंडितों द्वारा विधि-विधान से कराया गया। इस अवसर पर विधायक रमेश मेंदोला, चंद्रशेखर शर्मा, नितिन जोशी , उमेश मालवीय आदि मौजूद थे।
महार समाज : दिलाया जल बचाने का संकल्प - सोमवंशीय सकल पंच महार समाज केंद्रीय समिति द्वारा महार समाज का 25वां सामूहिक विवाह गांधी हॉल परिसर में किया गया। इसमें 10 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। केंद्रीय अध्यक्ष रणजीत जगताप व नारायण गायकवाड़ ने बताया कि इसमें नवयुगल जोड़ों, बराती-घरातियों को स्वच्छता, जल बचाव का संकल्प दिलाया गया। अध्यक्ष पवन सिरसाट ने बताया कि आयोजन विधि-विधान से संपन्न हुआ।
ब्रह्मभट्ट क्षत्रिय समाज : विभिन्न राज्यों से जुटे समाजजन - ब्रह्मभट्ट क्षत्रिय समाज का अखिल भारतीय सामूहिक विवाह सम्मेलन जूनी इंदौर स्थित समाज की धर्मशाला परिसर में आयोजित किया गया। इसमें 15 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। अध्यक्ष रघुवीरसिंह कछवाह ने बताया कि इसमें मप्र, गुजरात व राजस्थान के जोड़ों का विवाह किया गया।समाजजन को स्वच्छता का संदेश दिया गया।
कोरी, पाल, दर्जी और लोधी समाज के भी हुए सामूहिक विवाह -
दामोदर दर्जी समाज का 42वां आदर्श सामूहिक विवाह में 21 जोड़े राम मंदिर पंचकुइया में परिणय सूत्र में बंधे।इसमें बड़ी संख्या में समाजजन ने भागीदारी की। कोरी समाज सामूहिक विवाह समिति द्वारा नंदानगर शुक्ला सदन में 12 जोड़ों का विवाह कराया गया। इस अवसर पर दूल्हा-दुल्हन का चल समारोह भी निकाला गया। पाल क्षत्रिय धनगर समाज का 11 जोड़ों का सामूहिक विवाह जिंसी स्थित पाल समाज के मांगलिक भवन में हुआ। इसमें समाजजन को जल बचाने का संकल्प दिलाया गया। लोधी समाज के छह जोड़ों का सामूहिक विवाह चिमनबाग स्थित मैदान पर हुआ।। सभी जोड़ों का विवाह विधि-विधान से कराया गया।
मठ-मंदिर पहुंचे दर्शन के लिए, गोशाला में की गो सेवा - सत्कर्मों का अक्षय फल देने वाले अक्षय तृतीया पर श्रद्धालु स्नान-दान पूजन के लिए बड़ी संख्या में उज्जैन-ओंकारेश्वर गए। इसके साथ ही शहर के मठ-मंदिरों में आराध्य के दर्शन-पूजन के लिए भी पहुंचे। गोशाला में गो सेवा के लिए भी श्रद्धालुओं का तांता लगा। ज्योतिर्विद नीलकंठ शर्मा गुरुजी के अनुसार इस दिन सोना-चांदी, भूमि-भवन सहित किसी भी नवीन वस्तु की खरीदारी अक्षय समृद्धि देती है। भगवान लक्षमी-नारायण का पूजन का भी विशेष महत्व है। कहा जाता है कि दान से तीन लोकों और सात जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है।