इंदौर। सात दिनों से इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र की सड़कों से अवैध कब्जे और अतिक्रमण हटाने के लिए संघर्ष कर रहे व्यापारियों ने विरोध तेज कर दिया है। सोमवार शाम व्यापारियों ने गोपाल मंदिर कांप्लेक्स के मुख्य द्वार पर ही विरोध का होर्डिंग लगा दिया। व्यापारियों ने होर्डिंग पर स्मार्ट सिटी के नाम पर किए दावों को तो झूठा करार दिया, आरोप भी लगाया कि नगर निगम अधिकारी कानून की नहीं नेताओं की नौकरी कर रहे हैं।
व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सात दिन पहले सड़क से कब्जे हटाने की मांग के साथ दुकानें बंद की थीं। राजवाड़ा क्षेत्र का वह क्षेत्र जहां से बीते वर्षों में नगर निगम ने स्थायी दुकानें भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का हवाला देकर तोड़ दी थीं, वहां सड़क पर कब्जे हटाने के मामले में हाथ खड़े कर दिए हैं। सोमवार शाम व्यापारियों ने राजवाड़ा क्षेत्र की सड़क के फोटो वाला होर्डिंग लगाकर संदेश दिया कि निगम अतिक्रमण मुक्त नहीं अतिक्रमण युक्त स्मार्ट सिटी बना रहा है। इसके पहले व्यापारी नगर निगम उपायुक्त लता अग्रवाल से मिलने पहुंचे और एक बार फिर अतिक्रमण हटाने की मांग की। व्यापारियों के अनुसार निगम अधिकारी ने उन्हें संकेत दिया है कि सत्ताधारी नेताओं के संरक्षण के कारण नगर निगम को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं करने दी जा रही है, जिस क्षेत्र में स्थायी दुकानें तोड़ी गई थी। नगर निगम हाई कोर्ट में भी चार साल पहले भी हलफनामा दायर कर चुका है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कारण यहां सड़कें चौड़ी करना और अतिक्रमण हटाना जरुरी है। अब वहीं नगर निगम नेताओं के दबाव में अतिक्रमण पर आंख मूंद कर बैठा है। विरोध के बीच व्यापारी एक-दो दिन में इस मामले पर कोर्ट में भी याचिका दायर कर सकते हैं।
इंदौर
अवैध कब्जे और अतिक्रमण हटवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं व्यापारी
- 15 Jun 2022