10 स्थानों पर निगम लगाएगा पीजोमीटर
इंदौर। इंदौर देश के अत्याधिक भूजल दोहन वाले शहरों में शुमार है। यही वजह है कि अब शहर के 10 स्थानों पर पीजोमीटर लगाने की कवायद की जा रही है। इससे भूजल स्तर की रियल टाइम मानीटरिंग हो सकेगी। गौरतलब है कि अभी तक भूजल संरक्षण विभाग द्वारा शहर में चार स्थानों पर पीजोमीटर के माध्यम से भूजल स्तर की निगरानी की जाती है। अब नगर निगम 10 स्थानों पर अत्याधुनिक पीजोमीटर लगाने की तैयारी में जुटा है और अगले एक सप्ताह इन्हें लगाने का काम शुरू हो जाएगा। पीजोमीटर लगाने के लिए निगम द्वारा बिचौली मदार्ना व संगम नगर में बोरवेल खोदे गए हैं। शेष आठ स्थानों पर भी जल्द ही पीजोमीटर लगाएंगे।
नगर निगम 20 लाख रुपये खर्च कर शहर में 10 स्थानों पर पीजोमीटर लगाएगा। निगम ने एक्वासेंस प्रायवेट लिमिटेड एजेंसी को इसका काम सौंपा है। निगम 10 स्थानों पर 60 मीटर गहरे बोरवेल करेगा और उसके बाद एजेंसी इन स्थानों पर उपकरण लगाएगी। एजेंसी पांच साल तक इन उपकरणों के रख-रखाव के साथ डाटा एकत्र कर रियल टाइम पर देने का काम भी करेगी। एक उपकरण की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये है। भूजल स्तर की निगरानी के लिए 60 मीटर गहरा बोरवेल खोदा जाता है। उसके ऊपर डिजिटल वाटर लेवल रिकार्डर लगाया जाता है। यह उपकरण बिना भूजल के संपर्क में आए साउंड वेव के माध्यम से भूजल स्तर का आकलन करेगा।
इंदौर
इंदौर में भूजल स्तर की रियल टाइम होगी मानीटरिंग
- 17 Jun 2022