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उमर-मुजम्मिल की डायरी से चौंकाने वाले खुलासे

  • 13 Nov 2025

नई दिल्ली। लाल किले के पास हुए आतंकी हमले में शामिल डॉक्टर उमर मोहम्मद उर्फ उमर उन नबी और डॉक्टर मुजम्मिल की 'डायरी' से अहम खुलासे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, उमर और मुजम्मिल की डायरी से पता चला है कि ये एक बड़ी और सुनियोजित प्लानिंग के साथ काफी समय से हमले की साजिश रच रहे थे। दोनों की ये 'डायरी' मंगलवार और बुधवार को आतंकी उमर के कमरा नंबर-4 और मुजम्मिल के कमरा नंबर-13 से बरामद की गईं, जहां पहले भारी मात्रा में विस्फोटक भी मिले थे। यह कमरा फरीदाबाद के धौज में अल फलाह विश्वविद्यालय से लगभग 300 मीटर दूर है।
उमर और मुजम्मिल इन बरामद डायरियों में कोड वर्ड्स भी दर्ज हैं। इसमें विशेष तौर पर 8 से 12 नवंबर के बीच की तारीखों का जिक्र था, जो उस दौरान चल रही योजना का संकेत हैं। इन डायरी में लगभग 25 लोगों के नाम भी दर्ज हैं, जिनमें से ज्यादातर जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद के हैं। ये सभी लोग अब जांच के दायरे में हैं।
सूत्रों के अनुसार, जांच के दौरान यह भी पता चला है कि 2021 में मुज्जमिल ने अपने तीन हैंडलर से उमर और उसके साथियों से मिलवाया था। इसके साथ ही, एक व्हाट्सऐप ग्रुप भी बनाया गया था। फिर एक टेलीग्राम आईडी दी गई। उमर और बाकी लोग टेलीग्राम आईडी से जुड़े। जानकारी सामने आई है कि वसीम नाम के शख्स इसे ऑपरेट कर रहा था। उमर ने तीन महीने पहले एक सिग्नल ऐप पर ग्रुप बनाया था, जिसमें दो से चार लोग ही शामिल थे।
मुजम्मिल और उमर की डायरियों में 8 नवंबर से 12 नवंबर तक की तारीखें लिखी हुई हैं, जिससे पता चलता है कि इस दौरान ऐसी घटना की योजना बनाई जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक, डायरी में जम्मू और कश्मीर और फरीदाबाद के करीब 25 लोगों के नाम भी शामिल हैं। डायरियों से मिली जानकारी के आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह ब्लास्ट एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था। इसके अलावा, पुलिस ने मुजम्मिल के कमरे से एक और डायरी बरामद की है। इन डायरियों में कोड वर्ड लिखे हुए थे, जिन्हें अब जांचकर्ता समझने की कोशिश कर रहे हैं।
एक और नया खुलासा यह हुआ है कि संदिग्ध आरोपी आई-20 कार और ईको स्पोर्ट्स के बाद ये जानकारी मिली कि ऐसे ही दो और पुरानी गाड़ी तैयार करने का प्लान कर रहे थे, जिसमें विस्फोटक रखकर और बड़ा टारगेट कर सकें। सुरक्षा एजेंसियों ने 10 नवंबर को आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड कर लगभग 2900 किलो विस्फोटक बरामद किया था। इसके साथ ही, 7 संदिग्धों को पकड़ा गया।
इस बीच गुरुवार को फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी और दिल्ली पुलिस की टीम ने दिल्ली ब्लास्ट साइट से कुछ दूर पर स्थित न्यू लाजपत राय मार्केट से एक शव का टुकड़ा बरामद किया है। इस ब्लास्ट में 13 लोगों की जान चली गई थी। शव के टुकड़े को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि चल रही जांच में मदद मिल सके।
गुरुवार को जांच एजेंसियों ने बताया कि करीब आठ संदिग्धों को चार अलग-अलग जगहों पर ब्लास्ट करने की तैयारी में थे, जिसमें हर ग्रुप को एक खास शहर को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था। शुरुआती जांच से पता चलता है कि आरोपी ग्रुप्स ने जोड़ों में चलने का इरादा किया था, जिनमें से प्रत्येक के पास एक साथ कई हमलों के लिए कई आईईडी होंगे। जांच के दायरे में उन पर भी फोकस बढ़ाया गया जिनका संबंध पिछले आतंकी मामलों से रहा है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस कई भारतीय शहरों में सिलसिलेवार धमाके करने की एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करने में सफल रही।
साभार नवभारत टाइम्स