इंदौर। संबद्धता और मान्यता से जुड़े दस्तावेज जमा करने में कालेजों की लापरवाही अब विभिन्न विधि पाठ्यक्रम की पहले सेमेस्टर की परीक्षा पर भारी पडऩे लगी है। छह महीने सेमेस्टर पिछड़ चुका है। छात्र-छात्राएं काफी परेशान हैं। परीक्षा करवाने को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की स्थाई समिति में फैसला लिया जाएगा। गुरुवार को बैठक रखी गई है। वैसे अधिकारियों के मुताबिक जुलाई तीसरे सप्ताह से परीक्षा होगी।
विश्वविद्यालय के दायरे में इंदौर, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर सहित अन्य जिलों के बारह ला कालेज हैं। विश्वविद्यालय से एलएलबी, बीएएलएलबी, बीकामएलएलबी आनर्स की संबद्धता जारी होती है, लेकिन बार काउंसिल आफ इंडिया (बीसीआइ) से कालेज सामान्य मान्यता प्राप्त करते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक आनर्स और सामान्य पाठ्यक्रम की मान्यता में शुल्क को लेकर काफी अंतर है। राशि बचाने के लिए कालेज सामान्य मान्यता हासिल करता है। दिसंबर में कालेजों को दस्तावेज देना थे। छह महीनों में अभी तक चार कालेजों ने सारे कागज जमा किए हैं। तीन कालेजों की मान्यता से जुड़े कागजात नहीं दिए हैं, जबकि पांच कालेज अभी मान्यता और संबद्धता से जुड़े दस्तावेज देने के लिए समय मांग रहे है।
कालेजों की लापरवाही की वजह से विश्वविद्यालय ने एलएलबी, बीएएलएलबी, बीकामएलएलबी पहले सेमेस्टर की परीक्षा अभी तक नहीं करवाई है। विश्वविद्यालय ने बीच का रास्ता निकाला है। शपथ पत्र लेकर विद्यार्थियों को परीक्षा में सम्मिलत करने पर जोर दिया है। परीक्षा विभाग के सहायक कुलसचिव डा. विष्णु मिश्रा ने बताया कि स्थाई समिति की बैठक में फैसला होने के दस दिन में परीक्षा होगी। वैसे 18 जुलाई से परीक्षा शुरू की जाएगी। वैसे जल्द ही टाइम टेबल निकालेंगे।
इंदौर
एलएलबी-बीएएलएलबी फस्र्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं 18 जुलाई से
- 07 Jul 2022