आधुनिक तकनीकों के उपयोग से कर रहे क्राइम कंट्रोल
इंदौर। पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद से ही इन्वेस्टिगेशन विंग हाइटेक होने लगी है। आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर पुलिस क्राइम कंट्रोल कर रही है। हाल ही में क्राइम ब्रांच अफसरों को मिलिट्री की तर्ज पर काम करने वाला हाइटेक ड्रोन मिला है।
जीपीएस से लैस ड्रोन पांच किमी दायरे में अवैध गतिविधि और गुंडे-बदमाशों पर नजर रखने में सक्षम है। जल्द ही ड्रोन का इस्तेमाल अधिकारी लाइव ऑपरेशन और अपराधियों की धरपकड़ में करने की तैयारी में है। डीसीपी निमिष अग्रवाल के मुताबिक 40 लाख के इस ड्रोन में कई खूबियां है। इसमें हाई रिसोल्यूशन कैमरे लगे है, जो दिन के साथ रात में भी बेहतर काम करते है। रिमोट कंट्रोल में यदि पांच किमी दूर स्थित किसी बिल्डिंग का पता सबमिट कर दें तो वह अपना काम शुरू कर देता है।
डीसीपी ने बताया, ड्रोन को ऑपरेट करने वाले पुलिसकर्मी को भोपाल ट्रेनिंग के लिए भेजा था। हाल ही में ड्रोन का पीटीसी में डेमो किया है। अब पुलिस ने संवेदनशील इलाकों पर नजर रखना शुरू कर दी है। करीब एक किमी ऊंचाई पर जाने के बाद ड्रोन पांच किमी दूर बगैर किसी रुकावट के आसानी से पहुंच जाता है। जिस स्थान की चौकसी के लिए भेजते हैं उसके चारों तरफ घूमकर फोटो, वीडियो रिकॉर्ड करने लगता है। यह ऑटो पायलट मोड पर काम करता है। कमांड मिलने पर सीधा टारगेट पर पहुंच जाता है। ड्रोन किसी भी स्थान की निगरानी करीब एक घंटे तक करने में सक्षम है। यदि ऑपरेशन के दौरान उसकी बैटरी खत्म होने लगती तो वह खुद ही टेक ऑफ वाले स्थान पर पहुंच जाता है। यदि बीच ऑपरेशन में ड्रोन को बुलाना हो तो रिमोट का एक बटन दबाने पर वह कुछ ही देर में आ जाता है।
इंदौर
और हाईटेक हो रही इंदौर पुलिस
- 10 May 2022