एसोसिएशन फॉर प्रोटक्शन ऑफ सिविल राइट्स की पैरालीगल वालंटियर वर्कशॉप सम्पन्न
इंदौर। पीडि़त, गरीब व शोषितों और समाज के वंचित नागरिकों के अधिकार की सुरक्षा के लिए आगे आना होगा। इससे कोर्ट पर बढ़े हुए बोझ में कमी आएगी। उक्त विचार दिल्ली से पधारे मुख्य अतिथि प्रोफेसर अपूवार्नंद झा ने व्यक्त किये। वे एसोसिएशन फॉर प्रोटक्शन ऑफ सिविल राइट्स की पैरालीगल वालंटियर वर्कशॉप में बोल रहे थे। विशेष अतिथि के रूप दिल्ली से आई सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट सुरूर मंदार ने कहा गलतियां स्वीकार कर सुधार की शुरूआत स्वयं से करें। कमजोर लोगों की मदद करें और उन्हें कानूनी जानकारी देकर जागरूक बनाएं।
एसोसिएशन फॉर प्रोटक्शन ऑफ सिविल राइट्स के नेशनल सेक्रेट्री वासिफ नदीम खान ने वर्कशॉप को संबोधित किया। इस दौरान वर्कशॉप में शहर के कई हाईकोर्ट एवं जिला कोर्ट वकीलों ने शिरकत की एवं कानून की बारीकियों पर चर्चा की। गांधीवादी विचारक चिन्मय मिश्र ने कहा गांधी के अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही दुनिया में अमन लाने की उम्मीद की जा सकती है। हम महापुरुषों की किताबें जरूर पढ़ें और एक अच्छे इंसान का निर्माण करने का प्रयास करें। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल त्रिवेदी ने कहा समाज में नजदीकियां लाने के लिए संवाद का सिलसिला बनाना होगा। नए तरीके से सोचना पड़ेगा। जो दिल टूटे हैं वह रिपेयर कैसे हो इसकी फिक्र करें। इस मौके पर भारतीय नागरिक के संवैधानिक अधिकारों पर विचार रखे। वर्कशॉप में मध्य प्रदेश के कई जिलों से एडवोकेट और सोशल एक्टिविस्ट ने भाग लिया एवं बुद्धिजीवियों की मौजूदगी भी रही। कार्यक्रम का संचालन करते हुए एपीसीआर के अध्यक्ष तारिक शेख ने बताया पैरा लीगल वालंटियर तैयार करता है और कानूनी सहायता प्रदान करता है ।
इंदौर
कानूनी सहायता प्रदान कर न्याय दिलाने का सबसे बेहतर माध्यम बनें
- 16 May 2022