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इंदौर

कमर्शियल ई-रिक्शा पर आइस्क्रीम बेचते बनाया चालान

  • 03 Jun 2022

इंदौर। समीपस्थ महू में बिजली विभाग के कार्यपालन यंत्री राजेश माहौर के निर्देशन में ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है,और चलानी कार्रवाई भी की जा रही है।
इसी तारतम्य में बुधवार को स्थानीय मौती चौक पर ई-रिक्शा से कर्मशियल रूप से आइस्क्रीम बेचते हुए मोहित पिता सतीश जोशी को बिजली विभाग के कनिष्ठ यंत्री सुभाष चन्द्र मिश्रा ने रोका और रिक्शा की बैटरी चार्ज करने के लिए मीटर की जानकारी मांगी तो वह संतुष्ट जवाब नही पाए। वहीं मौके पर पंचनामा बनाते हुए चलानी कार्रवाई की गई। हालांकि कनिष्ठ यंत्री श्री मिश्रा ने जोशी को हिदायत देते हुए कहा कि इसके लिए कर्मशियल मीटर लगवाना जरूरी है। जबकि सरकार ने यह नियम भी लागू कर दिया। इधर सहायक यंत्री ओवेश खान ने बताया कि हाल ही में ई-रिक्शा वाहनों की जांच करने हेतु आदेश प्राप्त हुए है। उनका कहना है कि शहर में धड़ल्ले ई-रिक्शा को कर्मशियल के रूप में उपयोग किया जा रहा है,और वाहन चालक पेट्रोल के पैसे बचाने के कारण यह रिक्शा खरीद रहे है। जबकि इसके लिए नियम है कि जिस भी व्यक्ति के पास बिजली से चार्ज होने वाले वाहन है,उन्हे इसके लिए अलग से बिजली विभाग से मीटर का कनेक्शन लेना अनिवार्य है। ऐसा नही करने पर कार्रवाई की जा रही है। जबकि कार्यपालन यंत्री राजेश  माहौर ने जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ एक स्पेशल टीम का गठन किया जाएगा। जो लोग बैटरी वाले वाहनों का उपयोग गैर कानूनी रूप से कर रहे है।उनकी धरपकड़ की जाएगी। हालांकि इसे देखा जाए तो बिजली चोरी कर रिक्शा को चार्ज कर रहे है। इसे गैर कानूनी माना जा रहा है। ई-रिक्शा बेचने वाले डीलरो को नोटिस जारी कर हिदायत दी जाए कि वाहन खरीदने आए ग्राहकों को पहले गैर घरेलू मीटर लगवाने की हिदायत दी जाएं। मीटर लगने के बाद ग्राहकों को बेचे। ऐसा करने से सरकार की बिजली चोरी होने से बचेगी और वाहन चालकों का चालान भी नही बन पाएगा,और उन्हें भी राहत मिलेगी।