इंदौर। जिले में करीब डेढ़ लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में गेहूं की फसल बोई गई है। एक माह की हो चुकी फसल में वर्तमान में इल्ली का प्रकोप होने से किसान परेशान हैं। मामले की जानकारी लगने पर कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचाररी खेतों में पहुंचे और इल्ली प्रभावित फसल का मुआयना किया। किसानों को उचित कीटनाशक छिड़काव की जानकारी और सलाह भी दी गई। इतना ही नहीं मंगलवार को गूगल मीट से फसल में कीट नियंत्रण विषय पर सेमिनार का आयोजन भी किया गया। जिले के कई किसान जुड़कर इल्ली की रोकथाम के उपाय जानेंगे।
जिले में बोई गई गेहूं की फसल में इल्ली का प्रकोप देखा जा रहा है। पहली बार है कि गेहूं की फसल में भी इल्ली का प्रकोप हुआ है। किसान खेतों में अलग-अलग दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी इल्ली खत्म नहीं हो रही। किसानों को कीटनाशक और अन्य तरह की सलाह देने वाले विभाग के अधिकारी अब तक अपने कार्यालय में ही बैठे थे। जैसे ही जानकारी पहुंची कि जिले में गेहूं की फसल में इल्ली का प्रकोप हुआ है, अधिकारी खेतों में पहुंचे और मुआयना कर किसानों को कीटनाशक की सलाह दी। कृषि विभाग की ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मेघा माहेश्वरी ने ग्राम बारोली, मगरखेड़ा, पंचडेहरिया, रिंगनोदिया का भ्रमण किया। इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र इंदौर के वैज्ञानिक डा. एके शुक्ला द्वारा अनुशंसित कीटनाशकों के स्प्रे करने की सलाह दी गई ।
वेबिनार से भी दी जानकारी
गेहूं फसल में कीट नियंत्रण विषय पर गूगल मीट से मंगलवार को एक वेबिनार का आयोजन भी किया गया। इसमें वैज्ञानिक डा. टीएल प्रकाश भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान गेहूं क्षेत्रीय स्टेशन इंदौर गेहूं की फसलों में कीटनाशक बचाव की सलाह दी।
इंदौर
खेतों में पहुंची कृषि विभाग की टीमें, इल्ली से प्रभावित गेहूं की फसल देखी
- 28 Dec 2022