इंदौर। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का दूसरा और आखिरी दिन आज है। सुबह 11 बजे से समिट का तीसरा सत्र शुरू हो गया। 1 घंटे के सत्र में फॉस्टरिंग एक्सपोट्र्स फ्रॉम सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग, एक्सेस मध्यप्रदेश कंप्लीट बिजनेस सॉल्यूशन और इंडिया-इजरायल पर चर्चा हुई।
15 मिनट के टी ब्रेक के बाद भारत की 5 ट्रिलियन इकॉनॉमी में मप्र का योगदान कैसे होगा, इस पर मंथन किया गया। एयरोस्पेस एंड डिफेंस, पीएलआई बूस्टिंग मैन्युफैक्चरिंग इन इंडिया एंड रोल ऑफ एमपी, एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट विषयों पर भी चर्चा हुई। एक घंटे के चार सेशन होंगे। लंच के बाद दोपहर 2 से 3 बजे तक एमपी स्टार्टअप इको सिस्टम पर चर्चा होगी।
छठी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मप्र को क्या मिला, आज पता चलेगा
- पहली समिट- अक्टूबर 2007 में 102 एमओयू हुए। 17 हजार 311.19 करोड़ का निवेश आया और 49 हजार 750 से अधिक को रोजगार मिला।
- दूसरी समिट- अक्टूबर 2010 में 109 एमओयू हुए। 26 हजार 879.23 करोड़ का निवेश आया और 25 हजार से अधिक को रोजगार मिला।
- तीसरी समिट- अक्टूबर 2012 में 425 एमओयू हुए। 26 हजार 054.85 करोड़ का निवेश आया और 31 हजार 530 से अधिक को रोजगार मिला।
- चौथी समिट- अक्टूबर 2014 में 3,160 एमओयू हुए। 49 हजार 272.5 करोड़ का निवेश आया और 38 हजार 750 से अधिक को रोजगार मिला।
- पांचवी समिट - अक्टूबर 2016 में 2,635 एमओयू हुए। 32 हजार 597.66 करोड़ का निवेश आया और 92 हजार 700 से अधिक को रोजगार मिला।
इसके पहले बुधवार को 2 दिनी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट शुरू हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली समिट का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा- विकसित भारत के निर्माण में मप्र की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। मप्र आस्था और अध्यात्म से लेकर पर्यटन, स्किल डेवलपमेंट और एजुकेशन में अजब भी है, गजब भी है और सजग भी है।
पीएम ने कहा- ये समिट तब हो रही है जब भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है। हम सभी मिलकर विकसित भारत के निर्माण के लिए जुटे हुए हैं। जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो ये हमारा सिर्फ एस्पीरेशन नहीं बल्कि हर भारतीय का संकल्प है। भारत विश्व के कई देशों से बहुत अच्छी स्थिति में है। भारत इस साल जी-20 ग्रुप में भी बढ़ती हुई इकॉनोमी वाला देश है। एक ताजा सर्वे में बताया गया कि विश्व के ज्यादातर इनवेस्टर्स भारत को पसंद कर रहे हैं। भारत इज ऑफ लिविंग एंड ईज ऑफ बिजनेस पर काम कर रहा है।
इंदौर
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट -हिंदुस्तान की 5 ट्रिलियन इकॉनॉमी में मप्र कैसे देगा योगदान.. पर चर्चा

- 12 Jan 2023