इंदौर। गर्मी ने जिस तरह से अपने तीखे तेवर दिखाए हैं शहर के कई क्षेत्रों में बोरिंग सूखने लगे हैं तो कई क्षेत्रों में जल स्तर और नीचे चला गया है। इनमें पूर्वी क्षेत्र के विजय नगर, स्कीम 54, स्कीम 74, स्कीम 114 व आसपास के बोरिंग भी हैं। अब यहां के रहवासियों को टैंकर बुलवाने की नौबत आ गई है। गर्मी का असर इस बात से भी लगाया जा सकता है कि नगर निगम ने करीब 300 टैंकरों से विभिन्न क्षेत्रों में पानी सप्लाय शुरू कर दिया है।
स्कीम 54 निवासी चरणजीतसिंह नारंग, शैलेष जायसवाल व अन्य ने बताया कि 28-29 अप्रैल से ही उनके यहां के बोरिंग का प्रेशर कम हो गया था और फिर फिर बंद हो गया जबकि बोरिंग 300 फीट कराया था। जब अप्रैल में यही हालात हैं तो अभी पूरा मई और जून माह है। दरअसल, 42 डिग्री तापमान का असर भू जल पर पड़ता है जिसके चलते जल स्तर नीचे चला जाता है। यह सिर्फ बोरिंग की ही स्थिति नहीं है, जिले के तालाबों बड़ा बिलावली, सरपुर, पीपल्यापाला, यशवंत सागर में अभी 50 प्रतिशत से ज्यादा पानी है लेकिन गर्मी अगर 42 डिग्री से ज्यादा रही तो जून में इन तालाबों में भी पानी कम हो जाएगा।
टैंकरों से हर दिन 75 लाख लीटर पानी की सप्लाय
इधर, नगर निगम ने अभी 85 वार्डों के लिए 290 टैंकर लगाए हैं। इसका कारण भू जल स्तर का नीचे जाना और बोरवेल सूखना हैं। कई क्षेत्रों में नर्मदा के कनेक्शन नहीं हैं। संजीव श्रीवास्तव (सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, वाटर वर्क्स) नगर निगम ने बताया कि एक टैंकर की क्षमता 5 से 6 हजार लीटर होती है और दिनभर में वह एक वार्ड में चार से पांच बार हाईड्रेंट पर भराता है। इस तरह अभी 75 लाख लीटर पानी की सप्लाय टैंकरों से हो रही है।
इंदौर
गर्मी के तीखे तेवरों का असर- पूर्वी इंदौर के कई इलाकों में सूखा, टैंकरों की नौबत
- 04 May 2022