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इंदौर

जूनियर डॉक्टरों की टे:निंग कोरोना काल की भेंट चढ़ी

  • 24 May 2022

 28 मई को होने वाली परीक्षा की तिथि बढ़ाने के लिए हुए एकजुट  
   इंदौर।  मध्यप्रदेश जूनियर डॉक्टरों पीजी एक्जाम एमडी-एमएस फाइनल  28 मई को प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में होने वाली है । इसको लेकर प्रदेशभर के जूनियर डॉक्टर इस परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट हो गए है। कोरोना काल के कारण डॉक्टर भी इसमें प्रभावित हुए हैं और उनके परिवार के सदस्य भी अछूते नहीं रहे हैं। डॉक्टरों की पढ़ाई नहीं हो पाई । इस वजह से  तीन साल होने वाली ट्रेनिंग डेढ़ साल कोरोना की भेंट चढ़ गई।
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस जबलपुर द्वारा  प्रदेश में ढाई हजार से अधिक डॉक्टर शामिल होंगे।  परीक्षा की तिथि को लेकर प्रदेश के कई जुने डॉक्टर पशोपेश में है और वह इस तिथि को 15 से 20 दिन आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं । इंदौर में लगभग 400 जूयिर डॉक्टर इस परीक्षा में शामिल होंग।  जूनियर डॉक्टर का कहना है कि 3 साल की होने वाली ट्रेनिंग में उनका डेढ़ साल का समय कोरोना की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुआ है जिसमें वह खुद भी संक्रमित हुए हैऔर हमारे साथी डॉक्टरों की मौत भी हुई है उनके परिजन भी इस महामारी से नहीं बच पाए हैं।  कोरोना के मरीजों की जान बचाने के लिए उन्होंने  72 घंटे डायपर और पीपीटी किट पहनकर मरीजों की सेवा की है । उसके एवज में वह केवल 15 से 20 दिन की मोहलत चाहते है जिससे की वे तैयरी कर सके। 28 मई को होने वाली परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने के लिए इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ,मंत्री तुलसी सिलावट, चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग ,कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त सावन सोनकर, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह तथा मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस मेडिकल साइंस जबलपुर एमपीएमएसयू के वाइस चांसलर रजिस्टर एग्जाम कंट्रोलर के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से  गुहार की गई है।  जूनियर डॉक्टरों  का कहना है कि पिछली मर्तबा 22 जुलाई को परीक्षा हुई थी और उसकी तिथि 5 बार बदली गई थी लेकिन उस समय जूनियर डॉक्टर्स की तरफ से कोई मांग नहीं की गई थी।  कंट्रोलर ने अपनी सुविधा के हिसाब से परीक्षा की तिथि में परिवर्तन किया था । यह परीक्षा पहले 27 जून को होनी थी जो 8 मई तक चलती । बाद में से संशोधित करते हुए 28 मई से शुरू की गई है जो 7 मई तक समाप्त होगी, जिसमें चार पेपर होना है। लगभग 30 प्रतिशत जूनियर डॉक्टर कोरना काल के कारण अपनी ट्रेनिंग ठीक से पूरी नहीं कर पाए हैं।  इसलिए वे 15 से 20 दिन परीक्षा को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट है। अगर परीक्षा की तिथि आगे बढ़ती है तो सभी जूनियर डाक्टर को राहत मिल सकेगी ।