इंदौर। राइट बिलीव, राइट नॉलेज, राइट कंडक्ट यानी सच्ची श्रद्धा, सच्चा ज्ञान, सच्चा आचरण इन तीनों की त्रिवेणी ही सच्चा मोक्ष मार्ग प्रशस्त करती है। जिस प्रकार रस्सी तीन धाराओं से मिलकर मजबूत होती है, जिससे ऊपर चढ़ा जा सकता है उसी प्रकार इस त्रिवेणी से मोक्ष मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है।
एरोड्रम रोड़ स्थित साधना नगर जिनालय में आयोजित हो रहे जैनत्व बाल संस्कार शिक्षण शिविर के अंतर्गत बच्चों को देशभर के विभिन्न राज्यों से आए युवा विद्वानों द्वारा धर्म के साथ जीवन जीने की कला सिखाई जा रही है। आज के लौकिक जीवन में इनका सही मायने में जीवन जीने का अत्याधिक महत्व है। विभिन्न विषयों पर लगभग 600 बच्चों को विभिन्न क्लास में धार्मिक, आध्यात्मिक, संसारिक जीवन जीने की कला के साथ संस्कारों का बीजारोपण किया जा रहा है। सामूहिक कक्षा में जिनेन्द्र अभिषेक विधी, पूजा, णमोकार महामंत्र का महत्व, तीर्थंकर और उनके चिह्न आदि की जानकारी दी जा रही है।
शिविर के प्रमुख संयोजक विजय बडज़ात्या एवं पं. तेजकुमार गंगवाल ने बताया कि सुबह 6.30 पर सभी बच्चे विभिन्न साधनों के माध्यम से पहुंचकर पूर्ण उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। शिविर लगभग 11.45 तक लगाया जा रहा है। इस अवसर पर उनके माता-पिता भी बड़े ही उत्साह के साथ बच्चों को भेज रहे हैं। इस दौरान बच्चों को स्वल्पाहार, भोजन एवं शीतल पेय पदार्थ भी नि:शुल्क दिया जा रहा है।
शिविर के प्रमुख संयोजक विजय बडज़ात्या ने बताया कि यह शिविर पूर्णत: नि:शुल्क होकर श्री दिगंबर जैन कुन्दकुन्द परमागम ट्रस्ट द्वारा साधर्मियों के सहयोग से किया जा रहा है। कार्यक्रम की विभिन्न व्यवस्थाओं को संपन्न करने हेतु अखिल भारतीय दिगंबर जैन युवा फेडरेशन के सुनील जैन, मनीष जैन, रितेश जैन, रूपेश जैन, मनीष जैन के अलावा अन्य सदस्य व मुमुक्षु महिला मंडल साधना नगर, यंग जैन प्रोफेशनल के सदस्यों द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जा रहा है। शिविर में मुंबई से पधारे विद्वान ब्रह्मचारी पं.निखिल शास्त्री के प्रवचनों का लाभ सभी को प्राप्त हो रहा है व बच्चों की भी एक विशेष कक्षा का आयोजन किया जा रहा है।
इंदौर
जैनत्व बाल संस्कार शिविर-बच्चों को सिखाई जा रही श्रद्धा, आस्था व आचरण की बातें
- 30 Apr 2024