उपभोक्ताओं ने शिकायत की कि सुबह तक क्षेत्र में वोल्टेज की समस्या रही
इंदौर। बुधवार शाम से शुरू होकर गुरुवार सुबह तक जारी रही झमाझम बरसात का असर शहर की बिजली आपूर्ति पर भी नजर आया। देर रात तेज बारिश और बिजली कड़कने के बाद कई क्षेत्रों में एहतियातन बिजली आपूर्ति रोक दी गई। दक्षिण शहर संभाग में वर्षा के साथ बिजली कड़कने का प्रभाव सबसे ज्यादा नजर आया। क्षेत्र के चार फीडरों पर करीब आधे घंटे के लिए आपूर्ति रोकी गई। इसके बाद तेज हवाओं के साथ बरसात के दौरा ने दक्षिणी शहर संभाग में कई स्थानों पर पुराने पेड़ों को गिरा दिया। शहर में पांच से ज्यादा स्थानों पर बिजली लाइन पर पेड़ गिर गए। गुरुवार सुबह तक पेड़ हटाकर बिजली सुधार का काम जारी था।
शहर में बुधवार रात माणिकबाग, खंडवा रोड, नवलखा क्षेत्र में बिजली लाइन पर पेड़ गिरने की शिकायतें मिली। अमितेश नगर में भारी पेड़ से बिजली की पूरी लाइन टूट गई। यहां सुधार का काम गुरुवार सुबह 10 बजे तक जारी था। मालीपुरा, छावनी, जूनी इंदौर में भी देर रात तक बिजली आपूर्ति बंद रही। बाद में बिजली कंपनी ने वैकल्पिक व्यवस्था कर आपूर्ति बहाल की। सुबह फिर से सुधार की टीमें सक्रिय हुए। तमाम उपभोक्ताओं ने शिकायत की कि सुबह तक क्षेत्र में वोल्टेज की समस्या रही।
बिजली कंपनी के पीआरओ अवधेश शर्मा के अनुसार शहर में पांच से ज्यादा जगह बिजली कंपनी की टीमें नगर निगम के साथ मिलकर सुधार कार्य कर रही है। निगम की टीमें लाइन पर गिरे पेड़ों को हटा रही है। इसके बाद लाइन सुधार किया जा रहा है। आसमानी बिजली कड़कने से फीडर बंद किए गए थे क्योंकि आसमानी बिजली गिरने से बिजली लाइन के साथ ही घरेलु उपकरणों को भी नुकसान होने की आशंका रहती है।
बिजली कंपनी ने उपभोक्ता के लिए सूचना भी जारी की है कि बिजली कड़कने के दौरान घर के बिजली उपकरणों को बंद कर दे। साथ ही कई क्षेत्रों में जहां सड़कों पर पानी भरता है बारिश के दौरान ट्रांसफार्मर और डीपी से दूरी बनाकर रखें।
24 घंटे में 73 मिमी से ज्यादा पानी गिरा
कल शाम से वर्षा का दौर जो शुरू हुआ था जो गुरुवार सुबह तक जारी रहा। बुधवार रात को कुछ समय तेज बौछारें पड़ी तो वहीं रुक- रुक कर पानी लगातार बरसता रहा। एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र पर सुबह 8.30 बजे तक विगत 24 घंटे में 73.4 मिमी वर्षा हुई। इंदौर में अभी तक 331 मिमी वर्षा इस मानसून सीजन में दर्ज हो चुकी है। कृषि महाविद्यालय स्थित मौसम केंद्र पर विगत 24 घंटे में 80.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई। बुधवार तक इंदौर जिले में वर्षा औसत के आसपास बनी हुई थी, वहीं विगत 24 घंटे में हुई वर्षा ने अब तक हुई वर्षा के औसत के आंकड़े से अधिक पानी बरसा दिया। गुरुवार को भी शहर में मध्यम से तेज वर्षा का दौर दिनभर जारी रहेगा। भोपाल स्थित मौसम के मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में उड़ीसा पर जो सुस्ष्ट निम्न दाब का क्षेत्र बना है। इसके साथ ही एक चक्रवाती हवाओं का घेरा जिसका झुकाव अभी तक दक्षिण पश्चिमी की ओर था वो अब पश्चिमी की ओर हुआ है। इसके अलावा उत्तरी महाराष्ट्र में विदर्भ के आसपास सीयर जोन बना हुआ है, जिसमें हवाओं का रुख लगातार बदल रहा है। इसके असर से गुरुवार को शहर में मध्यम से तेज वर्षा होने की संभावना है। देवास से लगे इंदौर जिले के हिस्सों में तेज बौछारें पडऩे की भी संभावना है। मध्यम वर्षा का दौर शुक्रवार सुबह तक जारी रहेगा। गुरुवार को प्रदेश में बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, खंडवा, नर्मदापुरम, सीहोर, देवास, हरदा व रायसेन में अति भारी वर्षा व भोपाल, बुरहानपुर, खरगोन में भारी वर्षा होगी। बुधवार को शहर में उत्तर पश्चिमी हवाएं 12 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री 26.7 डिग्री दर्ज किया। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 22.2 डिग्री दर्ज किया गया। गुरुवार को शहर में बादल छाए रहेंगे और मध्यम से तेज वर्षा होने की संभावना है।
इंदौर
तेज बरसात के बीच पेड़ गिरे, कई क्षेत्रों में रातभर गुल रही बिजली
- 14 Jul 2022