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दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक की तर्ज पर इंदौर में शुरु होगा संजीवनी क्लिनिक

  • 12 Apr 2023

- शहर के 85 में से 9 वार्डों में क्लिनिक का निर्माण शुरु हो चुका है
इंदौर। दिल्ली में संचालित मोहल्ला क्लिनिक की तर्ज अब इंदौर में भी संजीवनी क्लिनिक की शुरुआत की जा रही है।  प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लिनीक के नाम से यह सेवा शुरु होगी। प्रारंभिक तौर पर निगम ने शहर के 85 में से 9 वार्डो में क्लिनिक के निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। शहर के लोगों को जल्द ही संजीवनी मिलेगी। 76 जगह के टेंडर जारी कर दिए हैं। समय रहते जगह चिह्नित न होने पर लंबे समय से संजीवनी क्लिनिक का काम चल रहा है जो कि अब मूर्त रूप लेने लगा है।
शहर के 85 वार्डों में संजीवनी क्लिनिक खुलना है। इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के पास है। क्लिनिक बनाने के लिए रहा है। पिछले कई महिनों से मशक्कत चल रही है। जगह यानी खाली जमीन चिह्नित करने में निगम लेट हो गया। जमीन चिह्नित करने की जिम्मेदारी निगम के 19 जोन पर तैनात जोनल अफसरों को दी गई थीए जिन्होंने इस काम में लेटलतीफी बरती। इस कारण निर्माण कार्य में देरी हो गई। शहर के 85 वार्डों में जगह का चयन होने के बाद निगम जनकार्य विभाग ने संजीवनी क्लिनिक निर्माण को लेकर टेंडर जारी करना शुरू किए। अभी शहर में 9 जगह क्लिनिक का निर्माण चल रहा है। अन्य 76 में से कई स्थान ऐसे हैं जिनको लेकर दो या फिर तीन बार टेंडर बुलाए गए हैं। कारण क्लिनिक बनाने के लिए ठेकेदार का नहीं मिलना बताया जा है।
इन स्थानों पर संचालित हो रहे है क्लिनिक
जिन 9 जगहों पर संजीवनी क्लिनिक का निर्माण कार्य शुरू किया गया है उनमें स्कीम 51 पुलिस चौकी रोड, बाणगंगा पानी की टंकी के पास, डॉ. भीमराव आंबेडकर संगठन बजरंग नगर, देवेंद्र नगर केशरबाग ब्रिज के पास, भूरी टेकरी, तलावली चांदा पुराना पंचायत भवन और अरण्य नगर शामिल है। पालदा में पूर्व से निर्मित संजीवनी पॉली क्लिनिक को तोड़कर नया बनाया जा रहा हैं। निगम जनकार्य विभाग ने इन क्लिनिक का निर्माण पिछले वर्ष सितंबर से शुरू किया है। इसके चलते स्कीम 51 और बजरंग नगर में क्लिनिक लगभग बन गए हैं।
इतना पैसा हो रहा है खर्च
अर्बन हेल्थ प्रोग्राम को मजबूती देने के लिए मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक खोले जा रहे हैं। एक क्लिनिक निर्माण पर तकरीबन 22 लाख 32 हजार 242 रुपए खर्च हो रहे हैं, क्योंकि शहरी स्वास्थ्य मंत्रालय ने 15 वें वित्त आयोग के माध्यम से एक क्लिनिक के लिए 25 लाख रुपए की राशि उपलब्ध कराई है। गौरतलब है कि शहर में 85 जगह यह क्लिनिक 25 हजार की आबादी और गरीब बस्तियों के बीच आकार ले रहे हैं।
लोगों को मिलेगा लाभ
शहर के 85 वार्ड में गरीब बस्तियों और मोहल्लों के पास यह क्लीनिक बन रहे हैं। इससे आमजन को लाभ मिलेगा, क्योंकि इन क्लिनिक में एएनसी (गर्भावस्था पंजीयन व जांच), ईएनटी, शिशु रोग, टीकाकरण सहित करीब एक दर्जन प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। प्रत्येक क्लिनिक पर डॉक्टर, नर्स, लैब तकनीशियन, फार्मासिस्ट और चपरासी सहित लगभग पांच व्यक्तियों के स्टाफ की आवश्यकता होगी। यह स्टाफ या तो अनुबंध के आधार पर भर्ती किया जाएगा या स्वास्थ्य विभाग के मौजूदा कर्मचारियों से या मेडिकल कॉलेज से तैनात किया जाएगा।