Highlights

ग्वालियर

दक्षिण अफ्रीका से मध्‍य प्रदेश लाए जाने वाले चीतों को दी जाएगी दोहरी सुरक्षा

  • 03 Feb 2023

ग्वालियर। दक्षिण अफ्रीका से मध्यप्रदेश लाए जाने वाले चीतों को दोहरी सुरक्षा में रखा जाएगा। उनके बाड़े के बाहर चारों ओर करंटयुक्त तार दौड़ाया जाएगा, ताकि कोई अन्य वन्यजीव न आ सके। ऐसे कई सुझाव देकर भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ), इज्जतनगर के विशेषज्ञ डा. अभिजीत पावड़े गुरुवार को मध्यप्रदेश से बरेली के लिए रवाना हो गए।
कूनो नेशनल पार्क में लाएंगे
इसी माह चीतों को मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में लाया जाएगा। उन्हें एकांतवास (क्वारंटाइन) में रखा जाना है, इसलिए व्यवस्थाएं परखने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया था।
एकांतवास के लिए बने बाड़े में व्यवस्थाएं ठीक
एक फरवरी को आइवीआरआइ के डा. अभिजीत पावड़े व देश के अन्य हिस्सों से चार अन्य विशेषज्ञ कूनो नेशनल पार्क पहुंचे थे। गुरुवार रात को वापसी के समय डा. पावड़े ने फोन पर बताया कि एकांतवास के लिए बने बाड़े में व्यवस्थाएं ठीक हैं। वहां देखरेख करने वाली टीम से कहा है कि बाड़े में चूहे न आएं, क्योंकि ये तेजी से संक्रमण फैलाते हैं। इनके बिल तो नहीं बने, यह परख लिया जाए।
सुरक्षा की दूसरी सतह की जरूरत
उन्‍होंने कहा कि बाड़े की बाउंड्री ठीक है मगर, उसके अलावा भी सुरक्षा की दूसरी सतह की जरूरत है। इसके लिए बाड़े के बाउंड्री से पांच-छह फीट जगह छोड़कर चारों ओर लोहे के तार लगाए जाएंगे। उनमें हल्का करंट दौड़ाया जाएगा। यदि कोई बाघ, तेंदुआ आदि वन्यजीव इस तार के करीब पहुंचेगा तो झटका लगते ही पीछे हटने को मजबूर हो जाएगा।
तार फेंसिंग की आवश्‍यकता
उनके अनुसार तारों में दौड़ने वाले करंट से उन्हें कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा। तेंदुआ बाड़े की बाउंड्री कूदकर भी अंदर आ सकता है, इसलिए तार फेंसिंग की जरूरत है। इसके अलावा, यदि तेंदुआ या अन्य हिंसक वन्यजीव बाड़े के अंदर पहुंच गया तो चीतों से संघर्ष हो सकता है। ऐसी स्थिति में जंगल के माहौल में ढलने से पहले सुरक्षित माहौल दिया जाएगा।
तृणभोजी वन्यजीव छोड़े जाएंगे
एकांतवास वाले बाड़े में तृणभोजी वन्यजीव छोड़ जाएंगे, ताकि दक्षिण अफ्रीका से आने वाले चीते उनका शिकार कर सकें। डा. पावड़े ने बताया कि यदि चीते आरंभिक समय में सुस्त रहने के कारण शिकार के इच्छुक नहीं हुए तो मांस उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी।