एडीसीपी के बुलाने पर 15 मिनट तक नहीं पहुंचा था महिला स्टाफ, अब उठाए कड़े कदम
इंदौर। पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू है और उम्मीद की जाती है कि मदद मांगने पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंचेगी लेकिन हाल ही में पब के बाहर सामने आई घटना ने पुलिस के रिस्पॉन्ड टाइम पर जहां सवाल खड़े कर दिए हैं वहीं देरी से पहुंचने पर किरकिरी भी हो रही है, क्योंकि पुलिस को आम आदमी ने नहीं बल्कि एडिशनल डीसीपी ने ही बुलाया था। अब नाइट कल्चर के मद्देनजर व्यवस्था में कसावट के लिए क्या बदलाव किए जा रहे हैं।
शनिवार देर रात करीब 12 बजे विजय नगर क्षेत्र के सतगुरु परिणय बिल्डिंग के ट्रांस क्लब से एक युवती नशे में धुत होकर बाहर निकली और हंगामा करने लगी। लोगों ने समझाने की कोशिश की तो लड़की उन्हीं से विवाद करने लगी। युवती ने इतना नशा कर रखा था कि उसके कदम जमीन पर टिक नहीं रहे थे। इस बीच एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास वहां पहुंचे। उनके सामने भी युवती ने हंगामा किया। इस पर उन्होंने कंट्रोल रूम फोन कर महिला पुलिसकर्मियों को भेजने के निर्देश दिए। पंद्रह मिनट इंतजार के बाद महिला स्टाफ मौके पर पहुंचा, तब तक युवती जमकर उत्पात मचाती रही। देरी को लेकर एडिशनल डीसीपी ने महिला पुलिसकर्मियों पर नाराजगी भी जताई। मौके पर बीट के पुलिसकर्मी भी नदारद थे।
3-4 मिनट में मौके पर पहुंचनी चाहिए पुलिस
एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास का कहना है कि 3-4 मिनट के अंदर पुलिस को सूचना वाले स्थान पर पहुंच जाना चाहिए। कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी दूसरे कार्य में बिजी है तो थोड़ा टाइम लग जाता है। पता चला इस बीच कोई दूसरा पॉइंट आ गया तो उसमें टाइम लग जाता है लेकिन नॉर्मल कंडीशन में 5-7 मिनट में तो आपको स्पॉट पर पहुंच ही जाना चाहिए। पंद्रह मिनट के कॉल पर भी यदि कोई नहीं पहुंच रहा है तो इतने में तो कुछ भी हो सकता है।
पुरुष अधिकारी होने से ज्यादा मदद नहीं कर पा रहा था
एडीसीपी राजेश व्यास ने बताया कि वहां पर हम जूझ रहे थे। लड़की की हालत जो थी, उसके कारण मैं पुरुष अधिकारी होने से बहुत ज्यादा मदद भी नहीं कर पा रहा था। कोशिश थी कि महिला पुलिसकर्मी आ जाए तो लड़की को हटाए। थाने ले जाना है या घर पहुंचाना है, आगे की कार्यवाही करें। इस वजह से महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया जा रहा था। महिला पुलिसकर्मियों को आने में बहुत टाइम लग गया इसलिए दो-तीन बार कंट्रोल रूम पर मैंने कॉल किया।
वीकेंड पर अलर्ट मोड में रहेगी महिला पुलिसकर्मी
एडीसीपी राजेश व्यास ने बताया कि रात में महिला अधिकारी और महिला बल थाने पर रखना आवश्यक है। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को रात 9 से 1 बजे तक महिला सब इंस्पेक्टर सभी थानों में रहेगी। महिला पुलिसकर्मी दिन में नहीं आएगी तो चलेगा लेकिन लेकिन रात के समय उन्हें रहना है।
महिला बल वाली मोबाइल भी चलेगी
एडीसीपी राजेश व्यास ने बताया कि एक मोबाइल वैन भी बहुत जल्दी चलवा रहे हैं, एक-दो दिन में ये शुरू हो जाएगी। जिसमें महिला बल रहेगा और किसी भी तरह की जरुरत होगी तो वहां पर तुरंत पहुंचेगा। उसका काम सिर्फ इसी तरह की शिकायत पर रिस्पॉन्ड करना होगा। पब के बाहर रास्ता बनाना। कहीं महिला या लड़की के साथ नाईट कल्चर के मद्देनजर मारपीट हो गई तो उसे देखना। ये शाम को 7 बजे से लेकर रात को 12 बजे तक रहेगी।
थानों को दिलवाए जा रहे कैमरे
एडीसीपी राजेश व्यास ने बताया कि जोन 2 के एमआईजी, लसूडिय़ा, खजराना और विजयनगर थाना क्षेत्र में मुख्य मार्गों पर मोबाईल मूवमेंट करेगी। वहीं अपने साथ में बॉडी वॉर्म कैमरा भी पुलिस की टीम रखेगी। सभी थानों को बॉडी वॉर्म कैमरा दिलवाया जा रहा है। घटना होती है तो बॉडी वॉर्म कैमरे के साथ पुलिस की टीम पहुंचेंगी ताकि घटना को लेकर पुलिस का पक्ष भी मय प्रमाण रखा जा सके।
इंदौर
नाइट कल्चर में रिस्पॉन्ड टाइम पर पुलिस की कसावट
- 14 Dec 2022