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इंदौर

नकली इंटरपोल अधिकारी से खुलेंगे कई राज, पुलिस रिमांड पर लेकर कर रही कड़ी पूछताछ

  • 14 Nov 2022

इंदौर। क्राइम ब्रांच ने एबी रोड स्थित श्रीमाया होटल से नकली इंटरपोल अफसर को पकड़ा है। आरोपी शहर के एक व्यापारी को उसकी फंसी हुई रकम वापस दिलाने का झांसा देकर यहां आया था और उससे साढ़े तीन लाख रुपए भी ठग चुका था। आरोपी को पांच दिन के रिमांड पर लेकर पुलिस उससे कड़ी पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि उससे कई राज खुलेंगे।
पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच ने आरोपी को पुलिस को सौंप दिया। टीआई अजय वर्मा ने बताया कि पुलिस ने पीयूष नेमा की शिकायत पर विपुल शेफर्ड को पकड़ा है। आरोपी तीन महीने से पीडि़त को व्यापार के सिलसिले में उलझे करीब पौने दो करोड़ रुपए निकालकर देने का झांसा दे रहा था। विपुल श्रीमाया होटल के चार कमरों के सुईट में ठहरा हुआ था। एक दिन पहले क्राइम ब्रांच की टीम यहां उसकी तफ्तीश करने पहुंची थी। उसी ने टकॠ पुलिस को भी यहां बुलाया।
यूपी का रहने वाला है, एमबीए पास है आरोपी
आरोपी विपुल शेफर्ड मूल रूप से उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। एमबीए की पढ़ाई करने के बाद उसने बेंगलुरु में नौकरी की। कुछ समय बाद वह मप्र के बैतूल में आकर रहने लगा। टीआई अजय वर्मा के मुताबिक उसके पास से जो कार्ड और पुलिस लिखा लोगो मिला है। वह नकली है। उसके बारे में दिल्ली के अफसरों से भी जानकारी निकाली गई। दिल्ली पुलिस ने इस नाम के किसी भी व्यक्ति की पहचान नहीं होने की बात कही है।
आरोपी को पकडऩे से डर रही थी पुलिस
आरोपी विपुल के बारे में जानकारी मिलने के बाद पहले दिन कार्रवाई को लेकर क्राइम ब्रांच के अफसर और थाने के पुलिसकर्मी घबराते रहे। उन्हें इस बात का डर था कि कहीं वो सचमुच इंटरपोल का अफसर ना हो। पूरी तफ्तीश के बाद क्राइम ब्रांच उसे अपने साथ ले गई और पूछताछ के बाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
इंटरपोल अफसर बताकर झाड़ रहा था रौब
आरोपी विपुल जिस सुईट में ठहरा था, वहां से पुलिस को डायरी में इंदौर के अफसरों के नाम के साथ कुछ लिफाफे और एक आईडी कार्ड मिला। पहले विपुल खुद को इंटरपोल का अफसर बताकर रौब झाड़ता रहा। इस पर क्राइम ब्रांच की टीम ने टकॠ के पुलिसकर्मियों को उसे थाने ले जाने के लिए कहा। लेकिन पुलिसकर्मियों ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि जब तक दिल्ली से तफ्तीश नहीं हो जाती तब तक वह विपुल को थाने नहीं ले जाएंगे।
दोस्त ने पीयूष को आरोपी से मिलवाया था
शिकायतकर्ता पीयूष ने कमलेश पांचाल को व्यापार के सिलसिले में करीब पौने दो करोड़ रुपए दिए थे। जो वापस नहीं आ रहे थे। इसी के चलते पीयूष के दोस्त पवन सुले ने अपने परिचित विपुल शेफर्ड के दिल्ली इंटरपोल ब्रांच में अफसर होने की बात बताई और उससे मिलवा दिया। इसके बाद से विपुल और पीयूष के बीच बातचीत होती रही। हालांकि विपुल ने उलझी राशि वापस दिलाने का झांसा देकर पीयूष से करीब साढ़े तीन लाख रुपए और ठग लिए। जिसके बाद पीयूष ने पुलिस से शिकायत की।