नौनिहालों की सुरक्षा के लिए समुचित इंतजाम नहीं
इंदौर। कोरोना काल और लाकडाउन के दो साल के अंतराल के बाद एक बार फिर स्कूल शुरू हो गए है । बावजूद इसके नौनिहालों की सुरक्षा के लिए अभी तक कोई समुचित इंतजाम ही नहीं हुए है । हद तो यह है कि स्कूल बसो और आटो रिक्शा के लिए गाइड लाइन तक तय नहीं की जा सकी । इसके चलते की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा पैदा हो गया है । पर भी आई थी । इस हादसे के बाद जैसा कि अकसर होता है जांच - पड़ताल और कागजी खानापूर्ति की औपचारिक रस्मों का निर्वाह कर कर्तव्य से इतिश्री कर ली गई ।
डीपीएस बस हादसे के बाद भी परिवहन विभाग और पुलिस विभाग ने जांच की थी और दोनों ही भी प्रासंगिक है कि स्कूली वाहनों के मामले में लापरवाही का लंबा इतिहास है । पहले एक दशक में ही दर्जनों हदसे हो चुके हैं और इनमें स्कूली बच्चों के साथ ही कई अन्य लोग भी अपनी जान गवां चुके है फिर विकलांग हो चुके हैं । बावजूद इसके जब तक कोई दुर्घटना नहीं होती न तो स्थानीय प्रशासन , न ही विभाग और न ही यातायत पुलिस कोई कार्यवाही करती है । न ही स्कूली बसो , आटो रिक्शा मैजिक , वेन आदे के लिए कोई गाइड लाइन जारी की गई है ।
बसों का शुल्क बढ़ा, सुरक्षा में लापरवाही
इधर , परिवहन विभाग द्वारा इन स्कूली बहनों की फिटनेस आदि की गं अभी तक शुरू नहीं की जा रही है । इधर स्कूली वाहनों का शुल्क तो शुरू हो ही चुका है तो दूसरी ओर इन वाहने में निर्धारित संख्या से अधिक बच्चों को भेड़ - बकरी की तर्ज पर ठूस-ठूस कर ढोया जा रहा है । सवाल यह उठता है कि अगर कहीं कोई भीषण हादसा हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
इंदौर
नया शिक्षण सत्र शुरू, नहीं हो रही स्कूली वाहनों की सुरक्षा जांच
- 27 Jun 2022