नई दिल्ली. पश्चिमी जर्मनी के एक पुरुष नर्स को 10 मरीजों की हत्या का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने उन्हें 10 मरीजों की हत्या और 27 अन्य की हत्या की कोशिश का दोषी पाया है.
प्रॉसिक्यूटर्स का कहना है कि दोषी नर्स ने जानलेवा सेडेटिव्स और पेनकिलर्स का इस्तेमाल कर अपने मरीजों की हत्या कर दी. इनमें अधिकतर बुजुर्ग थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, नर्स ने नाइट शिफ्ट के दौरान अपना वर्कलोड कम करने के लिए इन मरीजों की हत्या कर दी. अभियोजन पक्ष का कहना है कि नर्स का नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है. नर्स का मकसद ये था कि मरीज जल्दी सो जाएं और उसे रातभर मेहनत न करनी पड़े.
जांच में सामने आया कि उसने कई मरीजों को मॉर्फिन और मिडाजोलम नाम की दवाओं की जरूरत से अधिक मात्रा दे दी, जो इतनी तेज होती हैं कि जान भी ले सकती हैं.
आरोपी पुरुष नर्स को 2024 में गिरफ्तार किया गया था. उसने 2007 में अपनी नर्सिंग ट्रेनिंग पूरी की थी. वह 2020 से इस अस्पताल में काम कर रहा था.
ये हत्याएं दिसंबर 2023 से मई 2024 के बीच पश्चिमी जर्मनी के वुरसेलेन के हॉस्पिटल में हुई. जांचकर्ता इसके अलावा अन्य संदिग्ध मामलों की भी जांच कर रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामले इन गंभीर हैं कि नर्स को कम से कम 15 साल जेल में बिताने पड़ सकते हैं. जर्मनी में उम्रकैद की सजा की अवधि कम से कम 15 साल है.
बता दें कि यह मामला नाएल्स हेगेल जैसा ही है, जिसे 2019 में जर्मनी के दो अस्पतालों में 85 मरीजों की हत्याओं के लिए उम्रकैद की सजा दी गई थी.
साभार आज तक
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नर्स ने नाइट शिफ्ट के दौरान वर्कलोड कम करने के लिए जहरीला इंजेक्शन देकर 10 मरीजों की कर दी हत्या
- 07 Nov 2025



