इंदौर। माता जीजाबाई शासकीय कन्या स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में म.प्र. शासन उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के अंतर्गत वाणिज्य संकाय द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी- स्टार्टअप इंडिया-संभावनाएँ एवं चुनौतियाँ विषय पर आयोजित की गई जिसके उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. उपिन्दर धर ने अपने उद्बोधन में कहा कि नवीन शिक्षा नीति 2020 में स्टार्टअप को ही आधार बनाया गया है जिससे विद्यार्थी जॉब पाने की जगह जॉब देने वाला बने विशेष अतिथि के रूप में अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा इन्दौर संभाग, इन्दौर डॉ. किरणबाला सलूजा उपस्थित रही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री अवधेश यादव ने स्टार्टअप विषय पर बताया कि स्टार्टअप अभियान देश के विकास को गति देगा। साथ ही सेमीनार के मुख्य वक्ता, एमएसएमई के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. गौरव जी गोयल ने एमएसएमई की स्र्टार्टअप योजनाओं के साथ कृषि एवं रक्षा क्षेत्र में संभावनाऐं बताई। महाविद्यालय की प्राचार्य एवं सेमीनार संरक्षक डॉ. श्री द्विवेदी ने कहा कि स्टार्टअप का प्रारंभ लक्ष्य निर्धारण एवं सही नियोजन से होता है जिसमें धर्म और धैर्य दोनों की ही आवश्यकता है। सेमीनार के निदेशक डॉ. संजय पंडित ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि वाणिज्य विभाग की स्थापना वर्ष 1993 में हुई एवं तभी से निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है। इस सत्र की रिपोर्टिंग डॉ. विजय ग्रेवाल तथा कार्यक्रम का संचालन सेमीनार सहसंयोजक डॉ. दिनेश दवे ने किया। अन्त में कार्यक्रम में आये अतिथियों का आभार डॉ. सुधा अग्रवाल ने माना।
इंदौर
नवीन शिक्षा नीति में स्टार्टअप को ही आधार बनाया गया है
- 25 Nov 2022