इंदौर। प्रदेश सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद भी इंदौर में चल रही अवैध बाइक टैक्सी के खिलाफ सैकड़ों आटो रिक्शा चालक 21 नवंबर को वल्र्ड कप चौराहा स्थित साइबर क्राइम कार्यालय के बाहर धरना देंगे।
इंदौर आटो रिक्शा चालक महासंघ के संस्थापक राजेश बिडकर ने बताया कि इंदौर में अवैध रूप से चार से पांच हजार बाइक टैक्सी का संचालन एपबेस रैपीडो, ओला और जुगनू कर रहे हैं। इसमें हजारों युवा अपना निजी वाहन का उपयोग व्यावसायिक तरीके से कर रहे हैं। इसमें ऐसे भी असामाजिक तत्व बाइक टैक्सी का संचालन कर रहे हैं जिन पर कई प्रकरण पंजीबद्ध हैं। यह असामाजिक तत्व हास्टल, कोचिंग क्लास, गल्र्स कालेज एवं माल के बाहर से छात्राओं एवं महिलाओं को अपने दोपहिया वाहनों पर बिठा कर लाते और ले जाते हैं। इनमें कई अल्पसंख्यक समाज के युवा भी हैं जो लव जिहाद, मंतातरण जैसे कृत्यों को बढ़ावा दे रहे हैं। बाइक टैक्सी के ड्राइवरों का पुलिस वेरिफिकेशन भी उक्त ऐपबेस कंपनियों ने नहीं कराया है।
लाइसेंस निरस्त करने के बाद भी हो रहा संचालन
उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली अन्य प्रदेशों के युवा इंदौर में बाइक टैक्सी का संचालन रैपीडो, ओला, जुगनू के साथ जुड़कर कर रहे हैं। पिछले दो वर्षों से लगातार आंदोलन किए जा रहे हैं। परिवहन विभाग ने कार्रवाई करते हुए उक्त कंपनियों के लाइसेंस निरस्त कर दिए एवं इंदौर में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस संबंध में कई पत्र भी परिवहन विभाग ने लिखे, परंतु अवैध रूप से इनका संचालन किया जा रहा है। इसके कारण आटो रिक्शा चालकों को परेशानी हो रही है। इसी को देखते हुए महासंघ ने निर्णय लिया है कि परिवहन विभाग के पत्र को आधार बनाकर साइबर क्राइम कार्यालय पर 21 नवंबर को सुबह 10 बजे धरना दिया जाएगा। इस दौरान ज्ञापन के माध्यम से मांग की जाएगी कि उक्त कंपनियों को तुरंत एप्लीकेशन एप प्ले स्टोर से हटाया जाए ताकि इंदौर के लोग कंपनी के झांसे में न आएं।
इंदौर
बाइक टैक्सी के विरोध में इंदौर में 21 नवंबर को सैकड़ों आटो रिक्शा चालक देंगे धरना
- 18 Nov 2022